Sheep Farming: हमारे देश में लगभग 80% आबादी की जीविका कृषि और पशुपालन पर निर्भर करती है. विशेषकर किसान भेड़ पालन के माध्यम से अपनी आय को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. भेड़ों की अविनाश नस्ल के पालन से न केवल उनकी आय में बढ़ोतरी होती है बल्कि यह नस्ल बढ़िया और लाभकारी भी साबित हुई है.
भेड़ों की उन्नत नस्ल और इसके फायदे
अविनाश भेड़ों की यह नस्ल किसानों के लिए वरदान साबित हुई है. इस नस्ल की भेड़ें एक साल में दो बार बच्चे देने की क्षमता रखती हैं. यह विशेषता किसानों को दोहरी आय (dual income from sheep farming) मिलती है और उन्हें अधिक आर्थिक स्थिरता की ओर ले जाती है.
किसान पप्पू की सफलता की कहानी
लखीमपुर जिले के किसान पप्पू ने भेड़ पालन (sheep farming experience) के फायदों को बताते हुए शेयर किया कि कैसे उन्होंने महज 2 सालों में अपनी भेड़ों की संख्या 10 से बढ़ाकर 30 से अधिक कर ली है. सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी (government subsidies for sheep farming) ने भी उनकी इस यात्रा में मदद की है.
भेड़ के गोबर के फायदे
भेड़ के गोबर को खास उर्वरक (excellent fertilizer from sheep manure) माना जाता है जो खेतों की उत्पादकता बढ़ाने में सहायक होता है. इसके उपयोग से खेतों में खरपतवारों का भी प्रबंधन होता है और भूमि की गुणवत्ता में सुधार होता है. इससे किसानों को दोहरा लाभ (dual benefits for farmers) होता है जहां एक ओर उनकी आय बढ़ती है, वहीं दूसरी ओर उनके खेत भी बढ़िया होते हैं.