TRAI New Rule: भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण जिसे ट्राई के नाम से जाना जाता है ने हाल ही में टैरिफ नियमों में कुछ बदलाव किए हैं. इस संशोधन के अंतर्गत मोबाइल सेवा यूजर्स को अब केवल वॉयस कॉल और एसएमएस सेवाओं के लिए विशेष रिचार्ज प्लान देने की अनुमति होगी जिसमें इंटरनेट डेटा की खरीद अनिवार्य नहीं होगी. इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य उन ग्राहकों को अधिक सुविधा मिलती है जो इंटरनेट का उपयोग नहीं करते हैं.
किसे होगा लाभ?
ट्राई के इस नए निर्देश से भारत की जनसंख्या के एक बड़े वर्ग को लाभ होने की उम्मीद है. विशेष रूप से लगभग 150 मिलियन 2G उपयोगकर्ता (2G users in India) डुअल-सिम वाले उपभोक्ता, बुजुर्ग और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग इस बदलाव से सर्वाधिक प्रभावित होंगे. यह उपभोक्ताओं को केवल उन्हीं सेवाओं के लिए भुगतान करने की स्वतंत्रता देगा जिनकी उन्हें वास्तव में ज़रूरत है.
ट्राई के नए निर्देश और उसका असर
ट्राई के अनुसार, वर्तमान में भारत में लगभग 150 मिलियन ग्राहक अभी भी फीचर फोन पर निर्भर हैं और डेटा सेवाओं का उपयोग नहीं करते हैं. ट्राई ने स्पष्ट किया है कि सेवा यूजर्स को कम से कम एक स्पेशल टैरिफ प्लान (special tariff plans) पेश करना होगा जिसमें केवल वॉयस और एसएमएस सेवाएं शामिल होंगी और इसकी वैलिडिटी एक वर्ष तक हो सकती है.
दूरसंचार कंपनियों की प्रतिक्रिया और योजनाएँ
भारती एयरटेल और रिलायंस जियो जैसी प्रमुख दूरसंचार कंपनियां इस नए नियम के प्रति मिश्रित प्रतिक्रिया दे रही हैं. ये कंपनियां अपने यूजर्स को 2G से 4G या 5G में माइग्रेट करने के लिए आक्रामक योजनाएं बना रही हैं, लेकिन ट्राई का यह नया निर्देश उन्हें बाजार में अधिक लचीलापन प्रदान करने के लिए मजबूर करता है. यह उपभोक्ताओं के लिए अधिक विकल्प और बेहतर सेवा सुनिश्चित करने का एक कदम है.