Aligarh Agra Greenfield Expressway: उत्तर प्रदेश के विकास की दिशा में एक नया चरण शुरू हो चुका है जिसमें अलीगढ़ से आगरा तक एक नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई लगभग 65 किलोमीटर होगी जो चार लेन का होगा और इस परियोजना पर करीब 3200 करोड़ रुपये का खर्च आने की उम्मीद है. इससे न केवल स्थानीय यातायात में सुधार होगा बल्कि यह आसपास के क्षेत्रों के विकास को भी स्पीड मिलेगी.
निर्माण की तैयारी और अनुमोदन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य मार्च 2025 से शुरू होने की संभावना है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में इसके लिए 1796 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से अलीगढ़ और आगरा के बीच की दूरी महज 90 मिनट में पूरी की जा सकेगी जो वर्तमान में ढाई घंटे का समय लेती है.
ऐतिहासिक घोषणा और प्रगति
लगभग डेढ़ साल पहले, इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण की घोषणा की गई थी. यह एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेसवे पर स्थित खंदौली टोल प्लाजा से जुड़ेगा. इस परियोजना के लिए कुल 390 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है, जिससे यह क्षेत्रीय विकास के नए आयाम स्थापित करेगा.
चरणबद्ध निर्माण प्रक्रिया
इस एक्सप्रेसवे का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा. पहला चरण अलीगढ़ से हाथरस के बीच होगा, जिसकी दूरी 28 किलोमीटर है. इस दौरान, एक रेलवे ब्रिज, तीन फ्लाईओवर, और 55 अंडरपास का निर्माण किया जाएगा, जो स्थानीय यातायात को अधिक सुविधाजनक बनाएगा.
प्रभावित गांवों की सूची और विकास की संभावनाएं
अलीगढ़ में कई गांव इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से प्रभावित होंगे. इनमें हाजीपुर चौहटा, दयानतपुर, रसीला और अन्य शामिल हैं. हाथरस में भी इसी तरह कई गांव इस विकास प्रक्रिया का हिस्सा बनेंगे, जिसमें बीछीया, मुंगसा, और टुकसान प्रमुख हैं. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से इन गांवों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और नई रोजगार संभावनाएं उत्पन्न होंगी.