Sarso Mandi Bhav: सरसों के भाव में उछाल आने से किसानों की मौज, जाने नए रेट्स

By Vikash Beniwal

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Sarso Mandi Bhav: सरसों के दाम अब बढ़ चुके हैं. राजस्थान उत्तर प्रदेश और अन्य प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों के रेट न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊपर पहुंच गए हैं. इस वृद्धि का सीधा फायदा किसानों को हो रहा है, लेकिन आम आदमी को महंगे सरसों तेल के कारण मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं. सरकार की ओर से अभी तक सरसों के दाम नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं.

एमएसपी से ऊंचे रेट पर बिक रही है सरसों

राजस्थान और यूपी की मंडियों में बढ़े रेट

कई मंडियों में सरसों का भाव (sarso ka rate) न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी ऊपर है. राजस्थान में सरसों का अधिकतम रेट 6650 रुपये प्रति क्विंटल (mustard highest price) तक पहुंच चुका है. उत्तर प्रदेश के किसान भी सरसों बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. हालांकि हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में सरसों की कीमतें एमएसपी के आसपास बनी हुई हैं.

देशभर की मंडियों में सरसों का ताजा हाल

राज्यों के मंडियों के भाव की तुलना

राजस्थान की मंडियों में, कोटा और मदनगंज मंडावर में सरसों का भाव (sarso latest price) क्रमशः 6412 से 6363 रुपये तक है. वहीं उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ और हरदोई में यह रेट 6460 से 6590 रुपये प्रति क्विंटल के बीच है. अन्य राज्यों जैसे गुजरात और मध्य प्रदेश में भी सरसों के रेट (mustard latest rates) एमएसपी के ऊपर बने हुए हैं.

किसानों को मुनाफा, लेकिन महंगाई की मार

सरसों के दाम (sarso price hike) में बढ़ोतरी से किसानों को मुनाफा हो रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हुई है. लेकिन उपभोक्ताओं को महंगे सरसों तेल (mustard oil price) और सरसों उत्पादों के कारण अपनी जेब पर बोझ महसूस हो रहा है. बाजार में महंगाई का यह प्रभाव त्योहारी सीजन में भी दिख सकता है.

सरसों के बेलगाम रेट पर रोक के प्रयास

सरकार से उम्मीद की जा रही है कि वह जल्द ही सरसों के बढ़ते रेट (sarso price hike) को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाएगी. इसके लिए आयात शुल्क घटाने, बफर स्टॉक बढ़ाने और किसानों को सीधे लाभ पहुंचाने जैसे उपाय किए जा सकते हैं.

क्या और बढ़ेंगे सरसों के दाम

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सरसों की फसल (mustard crop forecast) अच्छी होती है, तो कीमतों में स्थिरता आ सकती है. लेकिन बाजार में मांग और आपूर्ति का असंतुलन बना रहा तो सरसों के दाम (sarso ka bhav) और भी बढ़ सकते हैं.

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.