Link Expressway: उत्तर प्रदेश की ट्रांसपोर्टेशन अवसंरचना में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए, हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। यह लिंक एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के तीन प्रमुख एक्सप्रेसवे नेटवर्क्स को जोड़ने वाला है, जिससे पूर्वांचल से लेकर पश्चिमांचल तक यात्रा का समय कम होगा और यातायात में भी सुविधा मिलेगी। यह एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, और चित्रकूट एक्सप्रेसवे को एक साथ जोड़कर राज्य के कनेक्टिविटी को नया आयाम देगा।
निर्माण प्रक्रिया और लाभ
हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए रेडीकॉन इंडिया लिमिटेड को प्रोजेक्ट डेवलेपमेंट कंसल्टेंट के रूप में चुना गया है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू होने के बाद, इटावा, कन्नौज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, और शाहजहांपुर जिलों के लोग अधिक सुविधाजनक तरीके से यात्रा कर सकेंगे।
इस लिंक एक्सप्रेसवे की खासियत
इस एक्सप्रेसवे के बनने से गंगा एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के बीच कनेक्टिविटी मजबूत होगी। इस एक्सप्रेसवे के जरिए पूर्वांचल और पश्चिमांचल के बीच यात्रा का समय कम होगा। एक्सप्रेसवे के निर्माण से आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को भी सीधे लाभ मिलेगा, खासकर गंगा, रामगंगा और गंभीरी नदियों पर बने पुलों के जरिए।
भूमि अधिग्रहण
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में किसानों के लिए शासन ने चार गुणा भुगतान की योजना बनाई है। किसानों की भूमि अधिग्रहित की जाएगी, और उन्हें सर्किल रेट के हिसाब से चार गुणा भुगतान किया जाएगा, ताकि उनका हित सुनिश्चित किया जा सके। इस भूमि अधिग्रहण में सवायजपुर, शाहाबाद और अन्य तहसील क्षेत्रों की भूमि शामिल होगी।
भविष्य की कनेक्टिविटी
हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेसवे के बनने से न केवल इन क्षेत्रों के लोग फायदा उठाएंगे, बल्कि यह चित्रकूट एक्सप्रेसवे को भी सीधे कनेक्ट करेगा, जिससे बुंदेलखंड क्षेत्र के जिलों तक आवागमन सरल हो जाएगा। इसके साथ ही, नेपाल सीमा से सटे हुए क्षेत्रों को भी इस एक्सप्रेसवे का फायदा होगा।