अब महज़ 20 रुपए का किराया देकर वॉटर मेट्रो के सफ़र का ले पाएँगे आनंद, पानी के रास्ते सफर करने के लिए लोगो की लगी लंबी लाइन
केरल में लोगों में वाटर मैट्रो को लेकर जबरदस्त क्रेज देखा जा सकता है। केरल के कोच्चि में देश की पहली वाटर मैट्रो शुरु हो गई और पहले दिन ही यात्रियों की रिकार्ड तोड़ भीड़ इकट्ठा हुई। पहली वाटर मेट्रो में सफर करने के लिए लंबी-लंबी लाइन लग गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 अप्रैल को वाटर मेट्रो का उद्घाटन किया था। उद्घाटन के अगले दिन वाटर मैट्रो को आम जनता के लिए खोला दिया गया। लोगों की उमड़ती हुई भीड़ को देखते हुए तय अंतराल के पहले ही मेट्रो चलानी पड़ गई।
पहले दिन ही लगी 100 मीटर लम्बी लाइन
कोच्चि वाटर मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारी साजन जॉन ने के अनुसार केरल शहर के लोगों में वाटर मेट्रो को लेकर जबरदस्त क्रेज दिखने को मिला। वाटर मैट्रो में यात्रा करने के लिए पहले दिन ही स्टेशन पर 100 मीटर लंबी लाइन लग गई। सभी लोग सभी वाटर मेट्रो में सफर करने के लिए बेताब थे।
शुरू में वाटर मेट्रो केरल हाई कोर्ट से वाइपिन और वायटिला और कक्कनाड तक चल रह रही थी। इसी को ध्यान में रखते हुए वाटर मेट्रो का गैप 8 से 15 मिनट रखा गया है, लेकिन पहले दिन की भीड़ को देखते हुए दो वाटर मेट्रो के बीच का अंतराल कम कर दिया गया। अभी वाटर मेट्रो केवल छह टर्मिनल तक जाएगी लेकिन भविष्य में ये 38 टर्मिलन को भी कवर कर सकेंगी।
34000 लोग रोजाना कर सकेंगे सफर
कोच्चि वाटर मेट्रो जब पूरी तरह से संचालित होने लग जायेगी तो 34000 लोग रोजाना इसमें सफर कर सकेंगे। ये वाटर मेट्रो कुल 76 किमी लंबा सफर तय करेगी। ये वाटर मेट्रो 10 द्वीप को कनेक्ट करेगी। इस वाटर मैट्रो की स्पीड 8 से 10 किमी तक रहेगी। वर्तमान में 8 वाटर मेट्रो संचालित की जा रही हैं, पर भविष्य में 78 वाटर मेट्रो संचालित होंगी।
एक वाटर मेट्रो में 50 लोगों के बैठ सकते है और 50 लोगों खड़े हो सकते है। जिसका मतलब ये हुआ कि एक वाटर मेट्रो में 100 लोग सफर कर सकते हैं। चूंकि वाटर मेट्रो कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड का भाग है, इसलिए मेट्रो और वाटर मेट्रो दोनों के लिए अलग अलग कार्ड की अवश्यकता नही होगा दोनों के लिए एक ही कार्ड होगा। जिससे लोगों को कोई असुविधा न हो। वाटर मेट्रो का कुल बजट 1136 करोड़ रुपये है और एक वाटर मेट्रो की कीमत लगभग 8 करोड़ रुपये है।