Link Expressway: गोरखपुर शहर पूर्वांचल क्षेत्र का एक नया औद्योगिक केंद्र बनने की राह पर अग्रसर है. गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 800 एकड़ में और धुरियापार में 5500 एकड़ में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित करने की योजना बनाई है.
औद्योगिक कॉरिडोर की विशेषताएं
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ विकसित किए जा रहे औद्योगिक कॉरिडोर में पेप्सिको की फ्रेंचाइजी वरुण बेवरेजेज ने 1100 करोड़ रुपये के निवेश से बॉटलिंग प्लांट लगाया है. गीडा ने 88 एकड़ में प्लास्टिक पार्क विकसित करने की भी योजना बनाई है. जिसमें 92 यूनिट्स के लिए जगह और आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी.
कच्चे माल की आसान उपलब्धता
गीडा प्लास्टिक पार्क में गेल (गैस ऑथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) द्वारा कच्चे माल की सप्लाई की जाएगी, जिससे यहां स्थापित यूनिट्स को उत्पादन में सुविधा होगी. इससे उद्यमियों को कच्चे माल की उपलब्धता की चिंता से मुक्ति मिलेगी.
सीपेट की स्थापना और उसके लाभ
गीडा ने सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीपेट) के लिए 5 एकड़ जमीन मुफ्त में उपलब्ध कराई है. सीपेट का सेंटर खुलने से प्लास्टिक पार्क में स्थापित होने वाली यूनिट्स को कुशल कारीगर और उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार होगा.
गीडा के औद्योगिक विकास की योजनाएं
गीडा लैंड बैंक का विस्तार कर रहा है और निवेशकों को अनुकूल भूखंड उपलब्ध करा रहा है. आने वाले दिनों में प्लास्टिक पार्क, रेडीमेड गारमेंट पार्क और रेडीमेड गारमेंट की फ्लैटेड फैक्ट्री के निर्माण की भी योजना है.