Haryana News: यमुनानगर स्थित सरस्वती शुगर मिल ने आज से गन्ने की पिराई (sugarcane crushing) शुरू कर दी है. इस अवसर पर मिल के चीफ एग्जीक्यूटिव एसके सचदेवा ने मीडिया को बताया कि मिल ने इस सत्र में प्रतिदिन अधिकतम गन्ने की पिराई करने की योजना बनाई है. इस वर्ष मिल ने 160 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई का लक्ष्य रखा है, जो पिछले साल की तुलना में अधिक है.
हरियाणा के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी
सचदेवा ने यह भी जानकारी दी कि हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने गन्ने के कच्चे कर्मचारियों के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है. पांच साल से अधिक समय से अनुबंध पर काम कर रहे कर्मचारियों को अब 58 वर्ष की आयु तक नौकरी की सुरक्षा प्रदान की जाएगी. इस कदम से लगभग एक लाख 20 हजार कर्मचारियों को फायदा होगा.
गन्ना किसान पंजीकरण योजना की शुरुआत
इस वर्ष सरस्वती शुगर मिल ने गन्ना किसान पंजीकरण योजना (sugarcane farmer registration scheme) भी शुरू की है. इस योजना के तहत जो किसान अपने कुल उत्पादन का 85% से अधिक मिल को सप्लाई करेंगे. उन्हें सभी दवाईयों पर दोगुना अनुदान मिलेगा. इस योजना के लिए 98% किसानों ने पंजीकरण किया है, जो इसकी सफलता की ओर इशारा करता है.
गन्ने की खरीद और लेबर समस्याओं का समाधान
मिल ने इस वर्ष गन्ने की खरीद के लिए मिल गेट के अलावा 45 केंद्रों की स्थापना की है. सचदेवा ने बताया कि लेबर की समस्याओं को देखते हुए 38 केन लोडर (cane loaders) भी गन्ना केन्द्रों पर लगाए गए हैं. इससे गन्ना लोडिंग का काम सुचारू रूप से चलेगा. जिससे पिराई की प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं आएगी.
सुचारू पिराई की योजना और किसानों के लिए अनुदान
सरस्वती शुगर मिल के प्रयासों से न केवल पिराई की क्षमता बढ़ी है, बल्कि किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं में भी वृद्धि हुई है. मिल की योजनाओं और किसानों के लिए नए अनुदान ने इस क्षेत्र के गन्ना किसानों में एक नई उम्मीद जगाई है.