30 वर्ष की आयु के बाद महिलाओं के शरीर में होने वाले परिवर्तन उनके स्वास्थ्य को गहराई से प्रभावित करते हैं. इस दौरान चयापचय की गति धीमी होने लगती है. जिससे वजन बढ़ना, डायबिटीज और हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए इस उम्र में महिलाओं को विशेष रूप से अपने आहार का ख्याल रखना चाहिए.
मीठे से करें परहेज
मीठे खाने की आदत न केवल मोटापे का कारण बनती है. बल्कि यह चेहरे पर असमय झुर्रियों को भी बढ़ावा देती है. 30 के बाद मीठा कम खाने से आपको दीर्घकालिक बीमारियों से बचने में मदद मिलेगी और आपकी त्वचा भी ज्यादा समय तक युवा दिखेगी.
तले-भुने खाने से बचें
फ्राइड फूड न केवल दिल के लिए हानिकारक होता है बल्कि यह त्वचा पर भी बुरा असर डालता है. इस उम्र में तला-भुना खाने की आदतों से दूरी बनाने से आपकी सेहत और स्किन दोनों को लाभ होगा.
कैफीन का कम सेवन करें
कैफीन का अधिक सेवन न केवल नींद में खलल डालता है. बल्कि यह हार्मोनल असंतुलन और त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को भी तेज कर सकता है. 30 के बाद महिलाओं को चाय और कॉफी का सेवन कम कर देना चाहिए.
नमक का सेवन सीमित करें
अधिक नमक का सेवन हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोगों का कारण बन सकता है. 30 की उम्र के बाद महिलाओं को अपने खाने में नमक की मात्रा कम करनी चाहिए. जिससे इन बीमारियों का खतरा कम हो.
रिफाइंड कार्ब्स का सेवन कम करें
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स जैसे कि सफेद ब्रेड और पास्ता, ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा देते हैं. जिससे डायबिटीज और अन्य बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है. 30 के बाद महिलाओं को इन्हें अपनी डाइट से कम कर देना चाहिए.