दुनिया में किसी भी व्यक्ति को अपनी खुशी या गम जाहिर करना हो तो अक्सर अल्कोहल का सहारा लिया जाता है। पार्टी मनानी हो या तनाव कम करना हो, अल्कोहल कई लोगों की पसंद होती है। लेकिन अल्कोहल के विभिन्न प्रकार होते हैं, जैसे कि बीयर, व्हिस्की, रम, वोडका और वाइन। हर प्रकार की अल्कोहल में न केवल स्वाद और रंग में अंतर होता है। बल्कि इनमें अल्कोहल की मात्रा और इसके प्रभाव भी भिन्न होते हैं। आइए जानते हैं विभिन्न प्रकार की अल्कोहल के बारे में विस्तार से।
बीयर
बीयर दुनिया भर में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली ड्रिंक में से एक है। इसे बनाने के लिए विशेष तौर पर फलों के रस का इस्तेमाल किया जाता है। बीयर में अल्कोहल की मात्रा बहुत कम होती है, जो 4 से लेकर 8 फीसदी तक होती है। यह इसे हल्की और ताज़गी भरी ड्रिंक बनाती है। जिसे लोग अक्सर सामाजिक समारोहों में पसंद करते हैं।
व्हिस्की
व्हिस्की को खासकर गेहूं और बार्ली को फर्मेंट करके बनाया जाता है। मार्केट में मौजूद अलग-अलग ब्रांड की व्हिस्की में अल्कोहल की मात्रा 30 से लेकर 65 फीसदी तक होती है। इसका स्वाद और ताकत इसे एक प्रीमियम ड्रिंक बनाते हैं। जिसे लोग अक्सर विशेष अवसरों पर पसंद करते हैं।
रम
रम एक हाई अल्कोहल ड्रिंक है, जिसमें 40 से लेकर 70 फीसदी तक अल्कोहल की मात्रा होती है। हाई अल्कोहल कंटेंट के कारण लोग इसे सर्दियों में पीना पसंद करते हैं। इसका गहरा रंग और तीखा स्वाद इसे अन्य ड्रिंक्स से अलग बनाते हैं।
वोडका
वोडका को आलू से निकलने वाले स्टार्च को फर्मेंट और डिस्टिल्ड करके बनाया जाता है। कुछ विशेष वोडका को अनाज और शीरे से भी बनाया जाता है। वोडका में 40 से लेकर 60 फीसदी तक अल्कोहल होता है। इसका सादा और साफ स्वाद इसे विभिन्न कॉकटेल्स में इस्तेमाल के लिए आदर्श बनाता है।
वाइन
वाइन रेड और व्हाइट दोनों रंगों में आती है। इसमें 9 से 18 फीसदी तक अल्कोहल होता है। इसका नाजुक स्वाद और अलग-अलग प्रकार के अंगूरों से बनाई जाने वाली वाइन इसे विशेष बनाती है। इसे अक्सर डिनर पार्टियों और विशेष अवसरों पर पसंद किया जाता है।
अल्कोहल का स्वास्थ्य पर प्रभाव
अल्कोहल का सेवन सेहत के लिए बेहद नुकसानदेह हो सकता है। खासकर जब इसे अधिक मात्रा में लिया जाए। अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन लिवर, किडनी और हृदय संबंधी बीमारियों का कारण बन सकता है। इसके अलावा यह मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए अल्कोहल का सेवन हमेशा संयमित मात्रा में ही करना चाहिए।