जब भी हम मौसम से जुड़ी खबरें देखते या पढ़ते हैं, तो अक्सर सुनने को मिलता है कि मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये अलर्ट क्या होते हैं और कितनी तरह के होते हैं? मौसम विभाग के अलर्ट हमें संभावित प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए होते हैं। इन अलर्ट्स के जरिए विभाग हमें आने वाली मौसम की स्थिति के बारे में जानकारी देता है। ताकि हम समय रहते सतर्क हो सकें और अपनी सुरक्षा के इंतजाम कर सकें।
मौसम विभाग के तीन प्रमुख अलर्ट
मौसम की स्थिति को दर्शाने के लिए भारतीय मौसम विभाग (IMD) ज्यादातर तीन तरह के अलर्ट जारी करता है: येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट। इन तीनों अलर्ट को अलग-अलग परिस्थितियों में जारी किया जाता है और इनका अलग-अलग मतलब होता है।
येलो अलर्ट
मौसम विभाग येलो अलर्ट तब जारी करता है जब वह चेतावनी देता है। यह अलर्ट उन स्थितियों में जारी किया जाता है जब मौसम खराब होने की संभावना होती है। लेकिन तत्काल खतरे की स्थिति नहीं होती। येलो अलर्ट का उद्देश्य लोगों को तैयार करना और उन्हें सचेत करना होता है कि मौसम खराब हो सकता है।
इस अलर्ट के जारी होते ही लोगों को सावधान रहना चाहिए और मौसम की ताजा जानकारी पर नजर रखनी चाहिए। यह अलर्ट हमें बताता है कि हमें अपनी योजनाओं में बदलाव करने की आवश्यकता हो सकती है और हमें संभावित मौसम की खराबी के लिए तैयार रहना चाहिए।
ऑरेंज अलर्ट
मौसम जब खराब होता है तो ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है। इसका मतलब होता है कि मौसम के बारे में पूरी जानकारी लेकर ही घर से निकलें और सावधानी बरतें। ऑरेंज अलर्ट तब जारी किया जाता है जब मौसम की स्थिति गंभीर हो सकती है और संभावित खतरा बढ़ सकता है।
इस अलर्ट के दौरान लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए और मौसम की ताजा स्थिति के बारे में अपडेट रहना चाहिए। यह अलर्ट लोगों को बताता है कि उन्हें अपने यात्रा योजनाओं में बदलाव करना चाहिए और सुरक्षित स्थान पर रहना चाहिए।
रेड अलर्ट
रेड अलर्ट मौसम विभाग तब जारी करता है। जब मौसम से नुकसान होने की संभावना ज्यादा होती है। जैसे कि भारी बारिश, तूफान जैसी स्थिति में रेड अलर्ट जारी किया जाता है। जिससे कि किसी तरह के भी नुकसान से बचा जा सके। रेड अलर्ट का मतलब है कि स्थिति अत्यधिक गंभीर है और लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाना चाहिए।
इस अलर्ट के दौरान प्रशासन भी सक्रिय हो जाता है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए विशेष इंतजाम किए जाते हैं। रेड अलर्ट के दौरान लोगों को अपने घरों में ही रहना चाहिए और बाहर निकलने से बचना चाहिए।