Tree White Paint: पेड़ों की रक्षा और देखभाल में सफेद चूने का उपयोग वैज्ञानिक और पर्यावरणीय रूप से काफी अहमियत रखता है. यह प्रथा न केवल वन क्षेत्रों में बल्कि शहरी पार्कों और सड़कों के किनारे भी देखने को मिलती है.
पेंट करने की परंपरा और इसके लाभ
जंगलों और बगीचों में पेड़ों के तनों पर सफेद रंग का पेंट करना एक पुरानी परंपरा है. यह परंपरा पेड़ों को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें विभिन्न बाहरी तत्वों से बचाने का काम करती है.
पेड़ों पर पेंट क्यों किया जाता है?
पेड़ों पर सफेद पेंट का मुख्य उद्देश्य उन्हें कीट और रोगों से बचाना होता है. यह पेंट पेड़ की छाल को सूरज की कठोर किरणों और कीटों से भी सुरक्षित रखता है.
दीमक और कीटों से सुरक्षा
सफेद चूना पेड़ों की छाल पर एक सुरक्षात्मक परत का काम करता है. जिससे दीमक और अन्य कीटों का आक्रमण कम होता है. इससे पेड़ लंबे समय तक स्वस्थ रहते हैं.
पेड़ों की उम्र बढ़ाने में योगदान
सफेद पेंट छाल की दरारों को भरने और उसे नमी और सूखे से बचाने में सहायक होता है. इससे पेड़ों की जीवन अवधि बढ़ती है और वे अधिक समय तक हरे-भरे रहते हैं.
तेज धूप से बचाव
सफेद पेंट सूर्य की तेज उल्ट्रावायलेट किरणों से पेड़ों की छाल को बचाता है. जिससे वे सूरज की सीधी चमक से प्रभावित नहीं होते और स्वस्थ रहते हैं.
चूने का विशेष प्रकार का उपयोग
पेड़ों पर प्रयोग किए जाने वाले चूने में कुछ विशेष तत्व होते हैं जो कि पेड़ों के लिए हानिकारक नहीं होते. यह चूना पेड़ों को कई प्रकार की हानिकारक चीजों से बचाने में सहायक होता है.