चंडीगढ़ से यूपी के रहीमाबाद के लिए रवाना हुई बरात जहां सबने बैंड-बाजा और बरात की शान-शौकत के साथ शादी का सपना देखा था, उसे भारी धोखा मिला। दूल्हा सोनू जो अपनी दुल्हनिया काजल को लेने पहुंचा था, बिना दुल्हन के ही लौटना पड़ा। रहीमाबाद में जिसे विवाह स्थल बताया गया था। वह एक झूठा पता निकला और दूल्हे और बरातियों को वहां न तो शादी का मंडप मिला और न ही दुल्हन।
झूठे पते पर पहुंची बरात
सोनू और बरातियों ने 11 जुलाई की रात को रहीमाबाद के हासिमपुर में विवाह स्थल की खोज शुरू की। लेकिन जल्द ही उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें धोखा दिया गया है। सोनू और उसके परिवार ने दुल्हन के परिवार से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन सभी फोन नंबर बंद थे। स्थानीय लोगों से पूछताछ करने पर पता चला कि इस नाम का कोई परिवार या लड़की इस क्षेत्र में नहीं रहती। यह सच जानकर बरातियों के चेहरे पर मायूसी और गुस्सा साफ झलक रहा था।
पुलिस में शिकायत दर्ज
दूल्हे सोनू ने मलिहाबाद के रहीमाबाद पुलिस थाने में इस धोखाधड़ी की लिखित शिकायत दर्ज कराई। थाना एसएचओ अनुभव सिंह ने बताया कि सोनू, जो चंडीगढ़ में काम करता है और मूल रूप से यूपी के उन्नाव जिले के ओरियास देवपुर का निवासी है। सोनू ने बताया कि वह करीब चार साल से काजल नाम की लड़की के संपर्क में था। सोनू ने यह भी बताया कि शादी की तैयारियों और अन्य जरूरतों के लिए उसने काजल को लगभग पांच लाख रुपये दिए थे।
चार साल पुरानी प्रेम कहानी
सोनू ने बताया कि उसकी और काजल की प्रेम कहानी चंडीगढ़ में शुरू हुई थी। चार साल पहले दोनों की मुलाकात हुई और धीरे-धीरे उनके बीच नजदीकियां बढ़ीं। काजल ने सोनू को बताया कि वह रहीमाबाद की रहने वाली है। दोनों के बीच मुलाकातें बढ़ने लगीं और उन्होंने शादी का फैसला कर लिया। सोनू ने काजल के कहने पर उसके पिता शीश लाल से भी बात की। जिन्होंने शादी के लिए मंजूरी दे दी और 11 जुलाई की तारीख तय कर दी।
शादी की तैयारियों का झूठा दावा
सोनू ने पुलिस को बताया कि 10 जुलाई को उसकी आखिरी बार काजल से बात हुई थी। काजल ने उसे बताया कि शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और उसके रिश्तेदार आ चुके हैं, इसलिए वह फोन पर बात नहीं कर पाएगी। सोनू ने काजल की बातों पर विश्वास कर लिया और बरात लेकर रवाना हो गया। लेकिन जब वह बताए गए विवाह स्थल पर पहुंचा तो वहां कोई शादी का आयोजन नहीं था और न ही दुल्हन या उसका परिवार।
परेशानी और मायूसी
पूरी रात दूल्हा और बराती दुल्हन और उसके परिवार को ढूंढते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। फोन लगातार बंद आ रहे थे और हर ओर से निराशा ही हाथ लगी। परेशान होकर दूल्हा और बरातियों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई और मायूस होकर चंडीगढ़ वापस लौट गए। यह घटना सोनू और उसके परिवार के लिए बेहद दुखदाई साबित हुई।
ठगी के मामले की जांच
असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर मलिहाबाद ने बताया कि इस तरह की ठगी के मामले की शिकायत आई है। जिसमें चंडीगढ़ में नौकरी करने वाला युवक अपनी बरात लेकर आया था। लेकिन शादी के लिए बताए गए वेन्यू और दुल्हन पक्ष के न मिलने के चलते वह काफी परेशान होने के बाद शिकायत देकर चले गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों को जल्द पकड़ने का प्रयास कर रही है।