उत्तर प्रदेश में इन दिनों गर्मी ने अपना पूरा रौद्र रूप दिखाया है। लोग इस तपती गर्मी से परेशान होकर मानसून की फुहारों का इंतजार कर रहे हैं। जिस प्रकार से पारा चढ़ रहा है, उससे जनजीवन पर भारी असर पड़ा है। लखनऊ में सोमवार को पारा 46 डिग्री से ऊपर चला गया जो कि इस साल का सबसे अधिक तापमान है।
लू के चलते सामान्य जनजीवन पर असर
इस भयंकर गर्मी ने न केवल दिन बल्कि रातों की नींद भी उड़ा दी है। राजधानी लखनऊ में न्यूनतम तापमान ने भी तीसरी बार 32.6 डिग्री का आंकड़ा छू लिया है, जो कि सामान्य से काफी अधिक है। कानपुर में तो रात्रि का तापमान 35.3 डिग्री तक पहुंच गया, जो कि प्रदेश में सबसे अधिक रहा।
मानसून के इंतजार में लोग
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, 22 और 23 जून को लखनऊ में बारिश के आसार हैं जिससे कुछ राहत मिल सकती है। हालांकि, मानसून के पूरी तरह से दस्तक देने की उम्मीद 25 जून को है जब यह प्रदेश में पहुंचेगा। इससे पहले, प्रदेश के विभिन्न भागों में तपती गर्मी और लू से राहत पाने के लिए लोगों को कई उपाय अपनाने पड़ रहे हैं।
स्वास्थ्य पर प्रभाव और अस्पतालों में बढ़ती भीड़
गर्मी की इस लहर ने न केवल जनजीवन को प्रभावित किया है बल्कि स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर डाला है। अस्पतालों में डायरिया, पेट दर्द, उल्टी और हीट वेव से पीड़ित रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। लोहिया संस्थान की इमरजेंसी वार्ड रोगियों से पूरी तरह भर गई है और ओपीडी में भी 50% अधिक भीड़ देखी जा रही है।
मानसून का इंतजार
जबकि गर्मी ने प्रदेश के हर कोने को प्रभावित किया है, सभी की निगाहें अब मानसून पर टिकी हुई हैं। लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में मानसून के आगमन की उम्मीद से लोगों को एक नई ऊर्जा मिली है। इसके साथ ही, तापमान में गिरावट और स्वास्थ्य परिस्थितियों में सुधार की आशा की जा रही है।