Haryana Me Barish: देश भर में मानसून के इस सीजन में जहां दो महीने का समय बीत चुका है। वहीं हरियाणा में इसका असर कम ही देखने को मिला है। सामान्यत: जहाँ इस दौरान 141.7 मिमी बारिश होनी चाहिए थी। वहां केवल 85.7 मिमी वर्षा ही दर्ज की गई है। इस आंकड़े से स्पष्ट है कि राज्य में बारिश की मात्रा में 40% की कमी आई है। इसके परिणामस्वरूप सिरसा जैसे इलाकों में जहां न्यूनतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। वहीं अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुँच गया है।
मानसून की देरी के कारण
मानसून की इस अनियमितता के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी और राजस्थान से आने वाली हवाएं, जो आमतौर पर मानसून को सक्रिय करती हैं। वे बीच में ही कमजोर पड़ जा रही हैं। इस बीच हवा में नमी की कमी भी मानसून की गतिविधियों को प्रभावित कर रही है।

आगामी दिनों में मानसून की सक्रियता
हालांकि मौसम विभाग ने हरियाणा के लिए आने वाले दिनों में बारिश के नए अलर्ट जारी किए हैं। उम्मीद की जा रही है कि अगस्त के पहले सप्ताह में मानसून फिर से सक्रिय हो जाएगा। इसके पीछे राजस्थान में बन रहे दबाव का भी योगदान है, जिससे बारिश की संभावना बढ़ रही है।
हरियाणा में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार 30 और 31 जुलाई को हरियाणा के कई जिलों में भारी वर्षा की संभावना है। आज यानी 30 जुलाई को चंडीगढ़, पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, करनाल, और पानीपत में हेवी रेन का अलर्ट दिया गया है।
जबकि कल 31 जुलाई को चंडीगढ़, पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह और पलवल में भी बारिश के लिए अलर्ट जारी किया गया है।