उत्तर प्रदेश के साथ-साथ झारखंड, बिहार और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में वायुमंडलीय दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। जिसके चलते इन क्षेत्रों में बारिश की गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। इस दबाव क्षेत्र के कारण, विशेषकर शनिवार को प्रदेश के कई हिस्सों में अच्छी बारिश देखने को मिली। रविवार को भी इसी प्रकार की मौसमी स्थिति बने रहने के आसार हैं। जिससे 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश में कितनी हुई बारिश
उत्तर प्रदेश में इस बारिश ने कई इलाकों में जलभराव और सुखद वातावरण का सृजन किया है। आँचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह और मोहम्मद दानिश के अनुसार, बाराबंकी में 15.4 मिमी, कानपुर में 12 मिमी और वाराणसी में 22.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। चुर्क में तो 42 मिमी से अधिक बारिश हुई। जिससे कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बनी। लखनऊ में भी दोपहर से शाम तक अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई। जिससे शहर में तापमान में थोड़ी गिरावट आई।

विभिन्न जिलों में बारिश के प्रभाव
प्रयागराज, गाजीपुर, झांसी, बरेली, शाहजहांपुर और आगरा में भी बारिश के चलते तापमान में नियंत्रण देखा गया। बिजली गिरने की आशंका के मद्देनजर मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर यलो अलर्ट जारी किया है।
जलवायु परिवर्तन की चुनौतियाँ और सावधानियाँ
इस मौसमी बदलाव के साथ ही जलवायु परिवर्तन की चुनौतियाँ भी सामने आ रही हैं। अत्यधिक बारिश के कारण जलभराव और बिजली गिरने के खतरे बढ़ गए हैं। इसलिए लोगों को ऐसे मौसम में बाहर निकलते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।













