उत्तर प्रदेश में मॉनसून ने अपनी मेहरबानी बिखेरनी शुरू कर दी है। जिससे राज्य के निवासियों को भीषण गर्मी से कुछ राहत मिली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 2 अगस्त को सूबे के 20 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके साथ ही कई इलाकों में वज्रपात को लेकर भी गंभीर चेतावनी दी गई है।
जिलों में भारी बारिश की संभावना
IMD के अनुसार बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्ज़ापुर, चंदौली, वाराणसी और संतरविदास नगर में आज भारी बारिश होने की आशंका है। ये बारिश मौसमी सिस्टम की वजह से हो रही है जो मध्य भारत से उत्तर भारत की ओर सक्रिय हुआ है।

वज्रपात के लिए अलर्ट
गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर और अमरोहा सहित कई अन्य जिलों में भी बादल गरजने के साथ वज्रपात की आशंका है। IMD ने नागरिकों से सावधानी बरतने और खुले मैदानों में न जाने की सलाह दी है। यह चेतावनी विशेष रूप से उन क्षेत्रों के लिए जारी की गई है, जहां वज्रपात की घटनाएं अधिक होती हैं।
किसानों के लिए महत्वपूर्ण
यह बारिश किसानों के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि मॉनसून की इस बारिश से खरीफ की फसलों को बढ़ावा मिलेगा। विशेषकर धान, मक्का और दलहन की फसलें जो इस समय की बारिश पर निर्भर करती हैं। हालांकि अत्यधिक बारिश से फसलों को नुकसान की भी संभावना होती है। इसलिए किसानों को आवश्यक सावधानियां बरतने की जरूरत है।
नागरिक सुरक्षा और सावधानियां
IMD द्वारा जारी की गई चेतावनियों के मद्देनजर नागरिकों को भी सावधान रहने की आवश्यकता है। विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां भारी बारिश और वज्रपात की आशंका है। वहां लोगों को खुले में न रहने, ऊंची इमारतों और पेड़ों के नीचे शरण न लेने की सलाह दी जाती है। साथ ही बाढ़ की स्थिति में तत्काल सुरक्षित स्थानों पर पहुँचने की योजना बनानी चाहिए।
आने वाले दिनों मे मौसम
आने वाले दिनों में IMD ने मौसम में और अधिक परिवर्तन की संभावना जताई है। इसलिए नागरिकों को लगातार मौसम विभाग के अपडेट्स पर नजर रखनी चाहिए और सभी जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए। मौसम की इस तरह की सक्रियता न केवल खेती-किसानी के लिए बल्कि समग्र जनजीवन के लिए भी महत्वपूर्ण होती है।














