हरियाणा में मौसम ने एक बार फिर अपनी करवट बदली है। गुरुवार की दोपहर के बाद से ही आसमान में बादलों की आवाजाही ने गर्मी से परेशान लोगों को कुछ राहत प्रदान की है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी बादल छाए रहेंगे और वर्षा की संभावना बनी हुई है। जिससे तापमान में भी स्थिरता रहेगी।
मौसमी परिवर्तन का प्रभाव
हरियाणा में बीते कुछ दिनों में मौसम में देखे गए अचानक परिवर्तन ने लोगों की दिनचर्या में भी बदलाव किया है। गुरुवार को हुई हल्की फुहारों ने न केवल तापमान को नीचे लाया बल्कि उमस भरी गर्मी से भी बड़ी राहत दिलाई। इससे पहले दिन भर तेज धूप और गर्मी ने लोगों को बेचैन कर रखा था।
बारिश की कमी का मुद्दा
इस वर्ष हरियाणा में बारिश ने अपेक्षाओं को पूरा नहीं किया है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 1 जुलाई से 24 जुलाई के बीच में प्रदेश में 116.6 मिलीमीटर वर्षा होनी चाहिए थी। लेकिन केवल 72.2 मिलीमीटर वर्षा ही दर्ज की गई है। इस कमी ने कृषि और जल संचयन के प्रयासों पर भी असर डाला है।

स्थानीय प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए मथुरा-वृंदावन के निवासियों और श्रद्धालुओं से नदी के किनारे स्थित घाटों और मंदिरों में जाने से परहेज करने की अपील की है। इसके अलावा सावन के महीने में बढ़ने वाली भीड़ के मद्देनजर अतिरिक्त सुरक्षा और निगरानी के उपाय भी किए जा रहे हैं।
आगामी मौसमी संभावनाएं
आने वाले दिनों में मौसम विभाग ने और अधिक बारिश की संभावना व्यक्त की है। इससे किसानों को खेती के लिए अधिक पानी मिलने की उम्मीद है और साथ ही गर्मी से राहत मिलने की संभावना भी बढ़ी है। नागरिकों से आग्रह किया जाता है कि वे मौसमी बदलावों के दौरान सावधानी बरतें और जलजमाव वाले क्षेत्रों से दूर रहें।
हरियाणा में मौसम के ये बदलाव न केवल दैनिक जीवन में बदलाव लाते हैं बल्कि कृषि, पर्यटन और सामाजिक गतिविधियों पर भी प्रभाव डालते हैं। इसलिए नागरिकों का जागरूक रहना और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।