राजस्थान में प्री-मानसून की गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं जिससे जयपुर सहित पूरे प्रदेश के लोगों को भीषण गर्मी से कुछ राहत मिली है। इस बदलाव की वजह से तापमान में 2 से 3 डिग्री की कमी आई है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से शुक्रवार दोपहर बाद से प्रदेश के कई हिस्सों में बादलों की गड़गड़ाहट के साथ तेज हवाएं भी चलीं।
पिछले 24 घंटों का मौसमी लेखा-जोखा
उत्तर पश्चिमी राजस्थान में पिछले 24 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश देखी गई। जयपुर, बीकानेर, भरतपुर और कोटा संभाग के कुछ क्षेत्रों में मेघगर्जन के साथ वर्षा हुई। खासकर श्रीगंगानगर में सबसे ज्यादा 50.3 मिमी और मालपुरा में 42 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
आगामी 24 घंटों का पूर्वानुमान
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार आने वाले 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान में और बारिश की संभावना है। 25-26 जून को कोटा और उदयपुर संभाग में बारिश की गतिविधियाँ तेज रहने की उम्मीद है। साथ ही दक्षिणी राजस्थान में भी 24 जून से मौसम में बदलाव आने की आशंका है।
मानसून की प्रगति पर एक नजर

इस वर्ष मानसून ने केरल में अपनी समय से पहले दस्तक दी और पूर्वोत्तर भारत में भी इसका असर दिखा। हालांकि मानसून की गति अब तक काफी अनिश्चित रही है। अरब सागर की ओर से आने वाली मानसूनी शाखा पश्चिमी तट पर नवसारी में फंसी हुई है जबकि बंगाल की खाड़ी से आने वाली शाखा पिछले 20 दिनों से उसी स्थान पर टिकी हुई है। लेकिन 25 और 26 जून को बारिश की तीव्रता में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है जिससे राजस्थान में मानसून कुछ पहले पहुंच सकता है।