वर्तमान में मानसून की चाल कुछ कमजोर पड़ी हुई है जिससे राज्य के कई इलाकों में बारिश का इंतजार बढ़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दो दिनों तक यह स्थिति बनी रहेगी। हालांकि 17 जुलाई को परिवर्तन की आशा है क्योंकि एक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है जो मानसून को कम करेगा।
भौगोलिक प्रभाव और आने की उम्मीदें
15 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की उम्मीद है जिससे इस क्षेत्र में नमी की आवक बढ़ेगी। इससे उत्तरी और पूर्वी जिलों में 17 जुलाई को और बाद में 18 व 19 जुलाई को पश्चिमी व दक्षिणी जिलों में अच्छी बारिश की संभावना है। 22 जुलाई को एक और विक्षोभ सक्रिय होने के कारण 26 जुलाई तक प्रदेश में भरपूर बारिश होने की उम्मीद है।
प्रदेश में बारिश का हाल
इस माह में प्रदेश के 16 जिलों में सामान्य से कम बारिश देखने को मिली है। इन जिलों में पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, और कई अन्य शामिल हैं। दूसरी ओर, सिरसा, फतेहाबाद जैसे कुछ जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। विशेष रूप से, गुरुग्राम, झज्जर और रोहतक में बिखराव वाली बारिश की गतिविधियां हाल ही में दर्ज की गई हैं।














