उत्तर प्रदेश में मानसून का असर विभिन्न जिलों में अलग-अलग दिखाई दे रहा है। कुछ जिलों में जहां झमाझम बारिश हो रही है वहीं कुछ अन्य जिलों में रिमझिम बारिश के बाद बढ़ी उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया है। आगरा, बरेली, मेरठ, मुरादाबाद और कानपुर जैसे शहर इसके प्रमुख उदाहरण हैं जहां रिमझिम के बाद उमस ने जन-जीवन को प्रभावित किया है।
कानपुर में मानसून की स्थिति
कानपुर में मानसून की आमद के बावजूद पिछले आठ दिनों से यहां बारिश का ठहराव देखा गया है। जुलाई के पहले सप्ताह में हुई अच्छी बारिश के बाद अब बादलों ने कुछ दिनों के लिए विराम लिया है। कृषि मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय के अनुसार, इस वर्ष 1 जून से 15 जुलाई के दौरान कानपुर में 173.7 मिमी वर्षा हो चुकी है, लेकिन अब मानसून में ब्रेक की स्थिति बनी हुई है।
विभिन्न जिलों में बारिश की स्थिति
मानसून की वर्तमान स्थिति भिन्न-भिन्न है। जहां आगरा में बारिश ने कुछ राहत प्रदान की है, वहीं बरेली और मेरठ में अचानक बादल छाने के बाद कुछ ही समय के लिए हल्की वर्षा होती है, जिससे उमस में अधिक वृद्धि हो जाती है।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी यूपी के कई जिलों में आज हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। यह वर्षा अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है, जिससे सावन के महीने में बारिश की अच्छी संभावनाएं बन रही हैं।