महाराष्ट्र में इस वर्ष मानसून ने अपनी अनुमानित तारीख से चार दिन पहले ही दस्तक दे दी है जिसके बाद यह दक्षिण-पश्चिम दिशा से गुजरात में भी पहुँच गया है। इस शीघ्र आगमन का मुख्य कारण मौसम परिवर्तन और समुद्री हवाओं का सक्रिय होना है जो इस वर्ष कुछ ज्यादा ही सक्रिय नजर आ रही हैं।
उत्तर भारत में मानसून का इंतजार
उत्तर भारतीय राज्यों जैसे कि पंजाब और हरियाणा में लोग अभी भी भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं और मानसून के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। आईएमडी के अनुसार इन राज्यों में मानसून के आने की संभावना इस माह के तीसरे सप्ताह के अंत तक बनी हुई है।
मानसून की अवधि और तीव्रता
इस वर्ष, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मानसून की अवधि को पिछले वर्षों की तुलना में अधिक लंबा बताया है। साथ ही इस दौरान होने वाली वर्षा की मात्रा भी सामान्य से 106 प्रतिशत अधिक रहने का अनुमान है। यह खबर खेती और जल संग्रहण के लिए एक खुशी का संकेत है।
मानसून की प्रगति का अनुमान
आईएमडी ने 20 जून को उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में मानसूनी बारिश शुरू होने का पूर्वानुमान दिया है। इसके अलावा उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में भी हल्की और औसत दर्जे की बारिश होने की संभावना है। यह बारिश वहां के निवासियों को गर्मी से कुछ राहत दिलाएगी।
महाराष्ट्र और गुजरात में मानसून का प्रभाव
11 जून के अपने नवीनतम पूर्वानुमान में आईएमडी ने बताया कि महाराष्ट्र में मानसून की शुरुआत 10 से 11 जून के बीच हो गई थी और अब यह गुजरात में भी सक्रिय है। मानसून के आने से दोनों राज्यों में अच्छी बारिश हो रही है जिससे कृषि और जल स्तर में सुधार हो रहा है।
तेज बारिश और आंधी की संभावना
आईएमडी ने पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के लिए आगामी दिनों में तेज बारिश के साथ आंधी और धूल भरी आंधी के होने का पूर्वानुमान जारी किया है। इस तरह की मौसम स्थिति से तापमान में कमी आएगी और गर्मी से राहत मिलेगी।