Haryana Me Barish: हरियाणा में मानसून इस समय अपने पूरे शबाब पर है. पानीपत, जींद, फरीदाबाद, गोहाना समेत कई जगहों पर लगातार बारिश (Continuous Rainfall) हो रही है. जिसके कारण जगह-जगह पर जलभराव की समस्या देखने को मिली है. सड़कों पर पानी भरने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है. मौसम विभाग ने भी आज पंचकूला, अंबाला, करनाल, यमुनानगर में भारी बारिश (Heavy Rainfall Alert) का अलर्ट जारी किया है. जिससे लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है.
मानसून का प्रभाव और आगामी संभावनाएं
इस वर्ष हरियाणा में मानसून दो माह बीत चुके हैं और अब तक प्रदेश में सामान्य से 17 प्रतिशत कम बारिश (Rainfall Deficit) हुई है. अगस्त में जहाँ 21 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है. वहीं अभी सितंबर माह में अच्छी बरसात की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 2 से 5 सितंबर तक और अधिक बरसात हो सकती है. जिससे बारिश की कमी को कुछ हद तक पूरा किया जा सकता है.
कृषि पर मानसून का असर
कृषि विज्ञानियों का मानना है कि अभी फसलों को और बारिश की आवश्यकता है. जिस प्रकार से मानसूनी बारिश का वितरण राज्य में हुआ है. उससे कई जगहों पर फसलों को लाभ पहुँचा है. वहीं कुछ जिलों में अभी भी बारिश की कमी के कारण चिंता बनी हुई है. सितंबर में अच्छी बारिश होने पर यह कमी पूरी हो सकती है. जिससे रबी की बुवाई के लिए उपयुक्त स्थिति बन सकती है.