Rajasthan ka mausam: राजस्थान में मानसून ने एक बार फिर से जोरदार दस्तक दी है. पूर्वी राजस्थान के अधिकतर जिलों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ के हालात (flood conditions) पैदा हो गए हैं. धौलपुर और भरतपुर जैसे जिलों में स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है. जिससे छात्रों और उनके परिवारों को थोड़ी राहत मिली है.
राजाखेड़ा में रिकॉर्ड बरसात
मौसम विभाग के अनुसार धौलपुर के राजाखेड़ा में सर्वाधिक 237 मिलीमीटर बरसात (maximum rainfall) दर्ज की गई है. यह आंकड़ा इस साल की सबसे ज्यादा बारिश को दर्शाता है. इस क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति और जलजमाव से जनजीवन पर गहरा असर पड़ा है.
मानसून सीजन के दौरान बारिश के आंकड़े
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार इस मानसून सीजन में राजस्थान में पिछले 49 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. इस बार राज्य में अब तक 664 एमएम से ज्यादा बारिश (excessive rainfall) हुई है, जो कि सामान्य से 61 प्रतिशत ज्यादा है. यह आंकड़ा और भी बढ़ने की संभावना लिए हुए है.
आने वाले दिनों में बारिश में कमी
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार से राज्य में भारी बारिश की गतिविधियों में कमी (reduction in heavy rainfall) होगी. उत्तर-पूर्वी राजस्थान में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, लेकिन 14 से 17 सितंबर के दौरान बारिश में सामान्य कमी आने की उम्मीद है.
पश्चिमी राजस्थान के मौसम की स्थिति
पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश भागों में आगामी दिनों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है. केवल छुटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना (light to moderate rainfall likely) है. जिससे इन क्षेत्रों में खेती और जल संरक्षण के लिए अच्छे अवसर पैदा होंगे.