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जाने अब कितने बदल गये है ‘नदिया के पार’ फिल्म के फ़ेमस सितारें

साल 1982 में आई भारतीय सिनेमा की सबसे सुपरहिट फिल्म नदिया के पार में ग्रामीण जीवन की एक अनोखी झलक दिखाकर सभी दर्शकों के दिलों पर एक हर किरदार की गहरी छाप छोड़ी थी।
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साल 1982 में आई भारतीय सिनेमा की सबसे सुपरहिट फिल्म नदिया के पार में ग्रामीण जीवन की एक अनोखी झलक दिखाकर सभी दर्शकों के दिलों पर एक हर किरदार की गहरी छाप छोड़ी थी। यह फिल्म आज भी उतना ही रुतबा रखती है जितना इसने अपने रिलीज के टाइम रखा था।

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फिल्म के गीत और कहानी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिससे यह अपने समय की एक ब्लॉकबस्टर हिट बन गई। इस फिल्म के मुख्य कलाकार सचिन पिलगन हैं। सचिन ने कई फिल्मों में अभिनय किया और कम समय में बड़े अभिनेता का खिताब हासिल किया। फिल्म में गुंजा का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री साधना सिंह थीं और गुंजा की सुंदरता और प्रकृति ने दर्शकों का दिल जीत लिया। चावल के खेत।

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नदी के उस पार के कलाकार इंदन कुमार और चंदन के बड़े भाई ने भी भूमिका निभाई। इंदन कुमार की एक दुर्घटना में उनके परिवार सहित एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई। फिल्म में गुंजा की बड़ी बहन रूपा का किरदार अभिनेत्री मातरी ने निभाया था। इसके बाद मताली ने बॉलीवुड की कुछ ही फिल्मों में काम किया। हालांकि, इन फिल्मों में उनके काम को समीक्षकों और दर्शकों ने समान रूप से सराहा।

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फिल्म में चंदन से प्यार करने वाली अभिनेत्री शीला शर्मा ने राजो की भूमिका निभाई थी। शीला शर्मा कई टीवी सीरीज में भी नजर आ चुकी हैं। चंदनरानी सचिन पिलगांवकर ने कई टीवी सीरियल्स में भी काम किया, लेकिन चंदन का किरदार उनके फिल्मी करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।