Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश सरकार गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण पर कार्य कर रही है. जो कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के बाद राज्य का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा. यह प्रोजेक्ट न सिर्फ संपर्क में सुधार लाएगा बल्कि आस-पास के इलाकों में विकास की नई संभावनाओं को भी जन्म देगा.
रोजगार सृजन की आशा
इस विशाल एक्सप्रेसवे के निर्माण से उत्तर प्रदेश के 12 बड़े जिलों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. यह एक्सप्रेसवे सैकड़ों गांवों को जोड़ेगा. जिससे छोटे उद्योगों और कृषि क्षेत्र को बल मिलेगा.
समय और दूरी में कमी
गंगा एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद मेरठ से प्रयागराज तक की यात्रा केवल 6 घंटे में पूरी हो सकेगी. जो अभी लगभग 10 घंटे की दूरी है. यह प्रदेश की आंतरिक कनेक्टिविटी में क्रांति लाएगा.
गंगा एक्सप्रेसवे की महत्वपूर्ण विशेषताएं
गंगा एक्सप्रेसवे पर 14 बड़े ब्रिज, 32 फ्लाईओवर और विभिन्न स्थानों पर 9 जन सुविधा परिसर बनाए जा रहे हैं. इसमें आपात स्थिति में विमानों के लैंडिंग के लिए हवाई पट्टी भी शामिल है.
निर्माण और लागत
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण लगभग 36,230 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है. इसमें 7,453 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण शामिल है, जो विकास के नए द्वार खोलेगा.