Old Sweater Hacks: सर्दियां आ चुकी हैं और आपके अलमारी से ऊनी कपड़े (woolen clothes) बाहर आ गए होंगे. लेकिन हर साल कुछ स्वेटर ऐसे होते हैं जो पुराने हो जाते हैं और उनसे ठंड नहीं रुकती या वे कट-फट जाते हैं. इन स्वेटरों को फेंकने के बजाय अगर आप उन्हें कुछ स्मार्ट तरीकों से दोबारा इस्तेमाल में ले आएं तो यह न केवल पर्यावरण के लिए अच्छा होगा बल्कि आपके लिए भी उपयोगी रहेगा.
मॉपिंग के लिए बदलाव
अगर आपके स्वेटर पुराने होकर फट गए हैं तो आप इन ऊनी स्वेटर (old woolen sweaters) को पोछा लगाने के लिए इस्तेमाल में ला सकते हैं. ये अच्छे मॉपिंग क्लोथ (effective mopping cloth) की तरह काम करते हैं और आसानी से सारी गंदगी को इकट्ठी कर लेते हैं. इन्हें छोटे टुकड़ों में काटकर डस्टिंग (dusting with old sweaters) के काम में लिया जा सकता है.
कुशन कवर का निर्माण
पतले स्वेटरों को काटकर आप बड़ी ही आसानी से कुशन और तकिया कवर (cushion and pillow covers) तैयार कर सकते हैं. इसे बस एक साइड से काटकर सिलने की जरूरत होगी और आपके कुशन कवर तैयार हो जाएंगे. यह आपके घर के सजावट में भी नई विविधता ला सकता है.
ऊनी मोजे का निर्माण
पुराने पुलोवर और स्वेटर को चौकोर टुकड़े में काटकर आप ऊनी जूती टाइप मोजे (woolen boot socks) तैयार कर सकते हैं. यह एक बहुत ही आसान प्रक्रिया है. जिसमें बस टुकड़ों को थोड़ा-थोड़ा सिलने की जरूरत होती है और आपके पैर सर्दियों में गर्म रहेंगे.
बच्चों के लिए ऊनी शूज
इसी तरह से बच्चों के शूज के सोल निकाल कर इन पुराने स्वेटर को सिल दें तो आपको बच्चों को बार-बार मोटा पहनाने के झंझट से छुट्टी मिल जाएगी और बच्चों का पैर भी गर्म रहेगा (warm children’s footwear). यह बच्चों के लिए आरामदायक और गर्म विकल्प हो सकता है.
बेबी शीट और कुर्सी वार्मर
पुराने स्वेटर को काटकर बीच में सॉफ्ट पॉलीथिन रखकर गद्दे और सोफों के लिए बेबी शीट (baby sheet from old sweaters) बनाई जा सकती है. जिससे बच्चे की वजह से गद्दे और सोफे गीले ना हों. उसी तरह से चौकोर टुकड़े में काटकर स्वेटर के बीच में अगर फोम की पतली लेयर लगाकर सिल दिया जाए तो प्लास्टिक की कुर्सी के लिए वार्मर (chair warmers from old sweaters) बनकर तैयार हो जाएगा. जिससे बैठने पर ठंड नहीं लगेगी.