गर्मियों में तरबूज की खेती करके किसान हो सकते है मालामाल, कम टाइम कमा सकते है तगड़ा मुनाफा

By Vikash Beniwal

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आज हम आपको तरबूज की खेती करने की तकनीक और इससे होने वाले फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं। तरबूज एक ऐसी फसल है जिसे कम खाद और कम लागत में उगाकर अच्छी मांग वाले बाजार में बेचकर किसान भारी मुनाफा कमा सकते हैं।

उपयुक्त मौसम और खेती का समय

तरबूज की खेती के लिए सबसे उत्तम मौसम दिसंबर से मार्च तक का होता है जिसमें फरवरी का महीना बुवाई के लिए सबसे अनुकूल माना जाता है। पहाड़ी क्षेत्रों में यह समय मार्च से अप्रैल तक होता है। इस समय तरबूज की बुवाई करने से फसल अच्छी होती है और बाजार में अच्छी कीमत मिलती है।

खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी और तैयारी

तरबूज की खेती के लिए जल निकासी वाली अच्छी उपजाऊ मिट्टी आवश्यक है। खेत की पहली जुताई को मिट्टी पलटने वाले हल से करें और फिर देसी हल या कल्टीवेटर से दूसरी जुताई करें। खेत में पानी का संतुलन बनाए रखना चाहिए और गोबर की खाद को मिट्टी में अच्छे से मिलाना चाहिए। यदि मिट्टी में रेत अधिक है, तो ऊपरी सतह को हटाकर नीचे की मिट्टी में खाद मिला लें।

तरबूज की बुवाई की विधि

तरबूज की बुवाई आमतौर पर समतल या उठी हुई क्यारियों में की जाती है। क्यारियों को 2.50 मीटर चौड़ा बनाना चाहिए और दोनों किनारों पर 1.5 सेमी गहराई पर 3-4 बीज बोना चाहिए। वर्गाकार प्रणाली में बीजों की दूरी 4 मीटर x 1 मीटर रखनी चाहिए। उचित दूरी और बुवाई की विधि से फसल की गुणवत्ता और उपज दोनों में सुधार होता है।

मुनाफे की संभावना और बाजार

तरबूज की खेती से किसान भाइयों को बहुत अच्छा मुनाफा हो सकता है, क्योंकि बाजार में इसकी मांग उच्च रहती है। अच्छी खेती और उचित मार्केटिंग स्ट्रैटेजी से यह खेती किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बना सकती है।

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.