मध्य प्रदेश में इंदौर से इच्छापुर तक फोरलेन हाईवे का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस फोरलेन हाईवे के बन जाने के बाद लोगों को यातायात संबंधी कई समस्याओं से निजात मिलेगी। इस हाईवे पर सफर के दौरान आप सुरंग के बीचों-बीच सफर का आनंद उठा सकेंगे। इंदौर से इच्छापुर तक का सफर अब पहले से अधिक सुगम और सुरक्षित होने वाला है।
सुरम्य पहाड़ियों से गुजरेगा फोरलेन हाईवे
यह फोरलेन हाईवे सुरम्य पहाड़ियों से होकर गुजरेगा, जिससे यात्रियों को सुंदर-सुंदर नजारे देखने को मिलेंगे। इस हाईवे के लिए सुरंग का काम 70 फीसदी पूरा हो चुका है। लंबे समय से लोगों को इंदौर से इच्छापुर तक की सड़क पर ट्रैफिक बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ रहा था। भैरवघाट की ओर 20 किलोमीटर की दूरी पर ढलान है, जिससे एक्सीडेंट का खतरा कम होगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इंदौर से इच्छापुर तक 203 किलोमीटर की दो लेन की सड़क को फोरलेन करने का निर्णय लिया है, जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी और खतरा कम होगा।
सुरंग निर्माण की प्रक्रिया
इंदौर से इच्छापुर तक जाते समय सिमरोल से चोरल के बीच पहाड़ों के बीच सुरंग बनाई जा रही है। यहां काम तेजी से हो रहा है। पहाड़ की चट्टानों को विस्फोट करके सुरंग बनाई जा रही है। सुरंग की लंबाई दो किलोमीटर होगी। यह सुरंग यात्रियों के लिए एक नई और रोमांचक यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी।
दूरी कम होकर रहेगी तीन घंटे
इस फोरलेन हाईवे के बनने से इंदौर से ओंकारेश्वर का सफर कम समय में तय किया जा सकेगा। वर्तमान में इंदौर से खंडवा जाने में चार घंटे से ज्यादा समय लगता है, लेकिन इच्छापुर का फोरलेन बनने के बाद यह दूरी कम होकर तीन घंटे तक हो जाएगी। मोरटक्का से ओंकारेश्वर की यात्रा भी तेजी से पूरी की जा सकेगी।
मालवा और निमाड़ के लोगों को मिलेगी सुविधा
इस सड़क के बनने से मालवा और निमाड़ के दोनों शहरों के लोगों को काफी सुविधा मिलेगी। इंदौर से ओंकारेश्वर जाने में भी समय की बचत होगी। यह सड़क दोनों क्षेत्रों के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
परियोजना का महत्व
यह फोरलेन हाईवे परियोजना मध्य प्रदेश के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके बनने से न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा। बेहतर सड़क कनेक्टिविटी से व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में भी नए अवसर पैदा होंगे।