पटरी पर खड़े होकर ड्राइवर को लाल कपड़ा दिखाए तो ट्रेन रुकेगी ? क्या बिना रेड सिग्नल के भी रुक सकती है ट्रेन

रेलवे स्टेशन पर जाते समय आपने ट्रेन इंजनों को अक्सर पटरियों पर खड़े देखा होगा। उनके पीछे कोई डिब्बा नहीं होता। इसके बावजूद भी वे जारी रहते हैं। वह यार्ड में खड़े होने पर भी चलते रहते हैं। अब सवाल उठता है कि डीजल इंजन चालू अवस्था में क्यों खड़े रहते हैं, उन्हें बंद क्यों नहीं करते हैं, और ईंधन बर्बाद करने का कारण क्या है?
हिन्दी की सीरीज "अजब-गजब नॉलेज" में हम आपको देश-विदेश से ऐसी बातें बताते हैं जो लोगों को हैरान करती हैं। हम आज ईंजन के हर समय ऑन रहने के कारण पर चर्चा करेंगे। “भारतीय रेलवे में घंटो खड़े रहने के बाद भी डीज़ल इंजन बंद क्यों नहीं किया जाता?” एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कोरा पर एक प्रश्न पूछा।इस प्रश्न का जवाब बहुत से लोगों ने दिया है।
कोरा पर लोगों ने ये दिया जवाब
घंटों खड़े रहने पर भी डीजल इंजन को बंद नहीं किया जाता, एक व्यक्ति ने कहा। इसके दो मुख्य कारण हैं पहला थोड़ा अलग है लेकिन वास्तविक है इसलिए कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहता है. यह है कि यदि कोई डीजल इंजन यार्ड लाइन या स्टेशन पर खड़ा हो जाता है, तो डीजल पावर कंट्रोलर (DPC), स्टेशन मास्टर और सेक्शन कंट्रोलर जानते हैं कि लाइन कुछ घंटों तक क्लियर नहीं होगी. फिर भी, यदि इंजन को सामान्य या आपातकालीन (
डीजल इंजिनों को बंद नहीं करने का दूसरा और अधिक महत्वपूर्ण कारण है कि यदि इंजन वाली गाड़ी, विशेषकर मालगाड़ी, है, तो उसे बंद करने से पहले इंजन की तरह से मालगाड़ी को भी सुरक्षित रखना चाहिए. यदि इंजन लंबे समय तक बंद रहता है, तो ब्रेकिंग के लिए आवश्यक हवा का दबाव पूरी तरह से शून्य हो जाएगा, जिससे गाड़ी ढलान वाली जब सर्दियों में तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से कम होता है, तो इन डीजल इंजिनों को नहीं चलाना चाहिए. यह इसलिए है क्योंकि इंजन की पानी की पाइप लाइन में बर्फ जमने लगती है, जो जोड़ों और कमजोर स्थानों पर पाइप लाइन को नुकसान पहुंचा सकती है।“
ये है असल कारण
यह आम लोगों का जवाब है। लेकिन चलिए आपको विश्वसनीय स्रोतों से बताते हैं कि इसका सही उत्तर क्या है। ड्राइव स्पार्क वेबसाइट ने बताया कि डीजल इंजनों को काफी देर तक बंद करने पर ब्रेक लाइन को दोबारा प्रेशर बनाने में समय लगता है। ब्रेक पर्याप्त प्रेशर के बिना ठीक से नहीं लगते। आपको बता दें कि इंजन ठंडा होने से अक्सर 20-30 मिनट में शुरू होता है।