पानी की बोतल का रंग नीला ही क्यों होता है, कभी गौर नही किया तो आज जान लो इसके पीछे का असली कारण

हम प्रत्येक जगह अपने साथ पानी लेकर नहीं जाते. जब कभी हम बाहर होते हैं और पानी की आवश्यकता पड़ती है तो हम सामान्यतः पानी की बोतल खरीद कर पानी पी लेते हैं. हम यही समझते हैं कि सभी बोतलों में एक सा पानी ही है लेकिन ऐसा नहीं होता है. प्रत्येक पानी की बोतल में अलग-अलग प्रकार का पानी होता है.
हम पानी के अलग-अलग प्रकारों को पहचान नहीं पाते हैं. आज हम आपको एक तरीका बताने वाले हैं जिससे आप पानी के प्रकार को पहचान पाएंगे. आप अलग-अलग पानी की पहचान पानी की बोतल के ढक्कन के द्वारा कर पाएंगे.
नीले रंग के ढक्कन का मतलब
आमतौर पर हम देखते हैं की ट्रेन या बस में सफर करने के दौरान हम जो पानी की बोतल खरीदते हैं उनमें अधिकतर बोतलों का रंग नीला होता है. यह नीला रंग ऐसे ही नहीं होता बल्कि इसका मतलब होता है कि यह मिनरल वॉटर है या इस पानी को सीधे झरने से भरा गया है.
सफेद तथा हरे रंग के ढक्कन का अर्थ
कई जगहों पर सफेद रंग के ढक्कन वाली पानी की बोतल भी मौजूद होती है. सफेद रंग के ढक्कन वाली पानी की बोतल का अर्थ होता है कि इसमें रेगुलर वॉटर है. वही हरा रंग पानी में कुछ एक्स्ट्रा फ्लेवर्स को दर्शाता है. इसके अतिरिक्त पानी के बारे में सारी जानकारी बोतल पर भी लिखी हुई होती है.
लाल, पीला, काला तथा गुलाबी रंग का मतलब
पीले रंग के ढक्कन वाले पानी की बोतल का मतलब है कि इसमें विटामिन और इलेक्ट्रोलाइट्स शामिल है. वही लाल रंग का ढक्कन यह दर्शाता है की बोतल में स्पार्कलिंग वॉटर है. काले रंग के ढक्कन वाली पानी की बोतल में एल्कलाइन वाटर होता है और गुलाबी रंग के ढक्कन वाली पानी की बोतलों का इस्तेमाल चैरिटी इवेंट्स तथा ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस के लिए किया जाता है.