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रात को सोते वक्त फ़ोन को भूल से भी ना रखे अपने सिर के पास, आदत नही बदली तो जान से धोना पड़ सकता है हाथ

आज कल बड़े तो बड़े बूढ़े, बच्चे सभी को फोन ली लत सी लग गई है। दिन बाहर तो लोग फोन चलाते ही है फिर सोते वक्त रात को भी अपने फोन को अपने सिरहाने तकिए के पास रखकर सो जाते है। आप लोगों में से भी कई लोगों की ये आदत होगी। पर आपको पता नही है, कितनी खतरनाक है ये आदत।  लोगो के फोन उनको कई जानलेवा बीमारियों और मौत के करीब ले रहे है ये उन्हे भी नही पता।
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smartphone while sleeping

आज कल बड़े तो बड़े बूढ़े, बच्चे सभी को फोन ली लत सी लग गई है। दिन बाहर तो लोग फोन चलाते ही है फिर सोते वक्त रात को भी अपने फोन को अपने सिरहाने तकिए के पास रखकर सो जाते है। आप लोगों में से भी कई लोगों की ये आदत होगी। पर आपको पता नही है, कितनी खतरनाक है ये आदत। 

लोगो के फोन उनको कई जानलेवा बीमारियों और मौत के करीब ले रहे है ये उन्हे भी नही पता। ये बात खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)  ने कही है कि फोन से निकलने वाले रेडिएशन जिसे, आरएफ रेडिएशन कहते हैं,  मस्तिष्क के कैंसर की संभावनाओं को बढ़ा देती है। फोन से निकलने वाले खतरनाक रेडिएशन से सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द और भी कई सारी स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं हो सकती हैं। 

कैंसर के करीब पहुंचा रही है ये आदत

फोन से निकलने वाले खतरनाक RF रेडिएशन से लोगो को कई सारी स्वास्थ्य सम्बन्धी हो सकती हैं।  फोन के रेडिएशन से आप इरेक्टाइल डिसफंक्शन का भी शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा फ़ोन की खतरनाक रेडिएशन आपके  बॉडी क्लॉक को भी प्रभावित कर देती है।

ये सब  सामान्य समस्याएं हैं, लेकिन WHO ने बताया कि आरएफ रेडिएशन से मस्तिष्क के कैंसर का खतरा रहता हैं। तो अगर आपको भी फोन को पाने बिस्तर पर तकिए के पास रखकर सोते है तो अब से ऐसा करना बंद कर दीजिए। 

 कितना दूर रखें फोन सोते समय 

ये तो अब आपको समझ आ गया होगा कि फोन को अपने बेड के पास नही रखना है ये कितना खतरनाक हो सकता है पर अब सवाल ये उठता है कि अब फोन को सोते समय अपने से कितना दूर रखे। विशेषज्ञ के द्वारा सलाह दी जाती है कि आप जब भी सोने जाएं तो अपने फोन अपने पास से कम से कम तीन फीट दूर रखें। ऐसा करने से आफ फोन खतरनाक रेडिएशन और रेडियो फ्रीक्वेंसी इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक फील्ड से दूर रहेंगे।