UP School Holiday: सर्दी के मौसम में जब तापमान तेजी से गिरता है तो इसका असर सीधे तौर पर रोजाना जीवन और स्कूली शिक्षा पर पड़ता है. जम्मू कश्मीर और लद्दाख जैसे क्षेत्रों में तापमान शून्य से भी नीचे पहुंच जाने से स्कूलों के लिए शीतकालीन अवकाश बेहद जरूरी हो जाता है. इसी तरह, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, और पंजाब जैसे राज्यों में भी शीतलहर के कारण ठंडी का गहरा असर देखा जा रहा है.
शीतकालीन अवकाश की तैयारियां
उत्तर भारत के अधिकांश स्कूलों में दिसंबर के अंतिम सप्ताह में शीतकालीन अवकाश शुरू होने की संभावना है. मौसम विभाग (Weather department) द्वारा जारी की गई भारी बारिश और शीत लहर की चेतावनियों के मद्देनजर, स्कूल प्रशासन और सरकारें इन अवकाशों की घोषणा करने की दिशा में अग्रसर हैं.
छुट्टियों की घोषणा का असर
नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ जैसे दिल्ली एनसीआर से सटे शहरों में भी ठंड का असर देखने को मिल रहा है, जिसके चलते यहां के स्कूलों में भी 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित होने की संभावना है. इस घोषणा से छात्र और अभिभावक दोनों को राहत मिलेगी, क्योंकि यह समय उन्हें परिवार के साथ बिताने और ठंड से बचाव के लिए उपयुक्त समय प्रदान करता है.