Tractor Buy Tips: भारत में किसानी करने वाले अधिकतर किसान खेती-बाड़ी के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग करने के लिए ट्रैक्टर खरीदने की दिशा में अग्रसर हैं. हालांकि अक्सर यह देखा गया है कि ट्रैक्टर की ज्यादा लागत के कारण किसानों को EMI भरने में कठिनाई होती है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर भारी दबाव पड़ता है.
ट्रैक्टर खरीदते समय बड़ी किस्त के फायदे
ट्रैक्टर खरीदते समय बड़ी किस्त (Larger installment) बनवाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे लोन की अवधि कम हो जाती है. कम अवधि का मतलब होता है कम ब्याज देना पड़ेगा, जिससे कुल खर्च में कमी आती है. इस प्रक्रिया को समझने और लागू करने से किसान बड़ी बचत कर सकते हैं और उनकी आर्थिक बोझ कम हो सकता है.
लोन की अवधि और ब्याज दरों का प्रबंधन
अगर ट्रैक्टर की लोन किस्त (Loan installment) छोटी रखी जाती है, तो इसकी अवधि बढ़ जाती है और इसके साथ ही ब्याज का बोझ भी बढ़ता है. हालांकि, छोटी किस्त का मतलब है कि उन्हें रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में कम चिंता करनी पड़ती है और प्रबंधन आसान होता है. इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि किसान अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें.
डाउन पेमेंट और प्री-क्लोजर के लाभ
ज्यादा से ज्यादा पैसा डाउन पेमेंट (Down payment) में देने की कोशिश करें क्योंकि इससे लोन की रकम कम हो जाती है, और किस्त व ब्याज भी कम बनते हैं. अगर फसल अच्छी हो जाए या अन्य आय से पैसे की बचत हो, तो लोन प्री-क्लोज (Loan pre-closure) कराने की कोशिश करें. इससे न केवल किस्तों की चिंता कम होती है, बल्कि बचा हुआ ब्याज भी काफी कम हो जाता है.