दिल्ली मेट्रो में सफ़र करने के लिए अब नही लेना पड़ेगा कोई टोकन कार्ड, बस स्मार्टफ़ोन से ही हो जाएगा सारा काम

दिल्ली मैट्रो रेल कॉरपोरेशन के द्वारा सभी लाइनों की यात्रा के लिए QR Code आधारित पेपर टिकट की शुरु कर दिए है। यही नहीं DMRC इस महीने के आखिरी तक मोबाइल आधारित QR टिकट को भी शुरु करने की तयारी में है।
रोजाना दिल्ली मेट्रो से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ( DMRC) ने सभी लाइनों पर यात्रा के लिए QR Code कोड आधारित पेपर टिकट की शुरुआत कर दी है। मेट्रो रेल की इस सुविधा से यात्रियों का काफी समय बचेगा।
मोबाइल आधारित QR टिकट पर भी चल रहा है काम
DMRC के दारा यात्रियों को इस सुविधा का लाभ देने के लिए AFC (ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन) गेट्स और टोकन/ कस्टमर केयर काउंटरों को QR आधारित पेपर टिकटों के लिए अपग्रेड भी कर दिया गया है। DMRC अब इसी महीने के अंत तक मोबाइल आधारित QR टिकट को भी शुरू करने तैयारी कर रही है। ये सुविधा के शुरु होते ही यात्रियों को मेट्रो स्टेशनों/काउंटरों पर घंटो लाइन में लगने की कोई जरुरत नही होगी।
ये भी पढे :इन किसानों को नही मिलेगी पीएम किसान योजना की 14वीं किस्त, जल्दी से लिस्ट में चेक कर ले अपना नामस्टेशनों पर QR टिकट का उपयोग कैसे करें
- यात्री को केवल उसी स्टेशन से प्रवेश करने की अनुमति होगी जहां से उसे QR आधारित पेपर टिकट जारी किया गया है। अन्य स्टेशनों से यात्री प्रवेश नही कर सकता।
- रेवेन्यू सर्विस में फेल हो जाने पर AFC गेट्स पर इंसिंडेंट फेयर मोड लागू करके QR आधारित पेपर टिकट को एडजस्ट कर लिया जाएगा।
- QR आधारित पेपर टिकट जारी होने के 60 मिनट के भीतरी ही यात्री मेट्रो सिस्टम में प्रवेश कर सकते है।
- यदि कोई यात्री QR आधारित पेपर टिकट के जारी होने के 60 मिनट के अंदर QR आधारित पेपर टिकट के माध्यम से ट्रेन में प्रवेश नही कर पाता है तो वह टिकट अमान्य हो जाएगा। जिसका यात्री को रिफंड भी नही मिलेगा।
- अभी फ़िलहाल QR आधारित पेपर टिकट एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन के लिए ही जारी होगा।
- यदि कोई यात्री अपने गंतव्य स्टेशन के बीच में ही किसी स्टेशन पर बाहर निकलना चाहता है तो उसके लिए AFC गेट नहीं खुलेंगे। ऐसे में कस्टमर केयर ऑपरेटर द्वारा ही यात्री को निकास टिकट जारी किया जाएगा और पुराना QR आधारित पेपर टिकट वापस ले लिया जाएगा।
- यदि कोई यात्री अपने गंतव्य स्टेशन से आगे जाकर भी ट्रेन से बाहर निकलना चाहता है, तो भी एएफसी गेट नहीं खुलेंगे। अगले स्टेशन तक जाने का किराया यात्री से वसूल कर ही उसे निकास टिकट प्राप्त होगा और पुराने QR टिकिट को वापस ले लिया जाएगा।
- फोन आधारित पेपर टिकट की कॉपी भी अमान्य होगी। DMRC के नियमों के मुताबिक यात्री पर कार्रवाई भी की जा सकती है।
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यात्रियों के समय की होगी बचत
DMRC क्यूऑर आधारित पेपर टिकट जारी होने के बाद टोकन की कोई जरुरत नही होगी और यात्रियों के काफी सारे समय की भी बचत होगी।