home page

चीन में बना हुआ है दुनिया का सबसे अनोखा रेलवे स्टेशन, बिल्डिंग के बीचोबीच से होकर गुजरती है सुपरफास्ट ट्रेन

भारत जैसे देश में चीन को काफी रोल किया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि चीन अपने लोकल समाज के लिए हमेशा सुर्खियों में बना रहता है।
 | 
चीन में बना हुआ है दुनिया का सबसे अनोखा रेलवे स्टेशन

भारत जैसे देश में चीन को काफी रोल किया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि चीन अपने लोकल समाज के लिए हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। कई लोगों को अपने कहते सुना होगा कि अरे यह सामान तो चीन का है इसकी कोई गारंटी नहीं है। लेकिन इसके अलावा हमें यह भी मानना चाहिए कि चीन कई ऐसे प्रोडक्ट और टेक्नोलॉजी भी लाता है। 

जो दुनिया भर के लोगों को हैरान कर देती है। इसी क्षेत्र में इस बार चीन ने रेल तकनीक से दुनिया को हैरान कर दिया है। क्योंकि चीन ने रेलवे टेक्नोलॉजी के सहारे कुछ नया बनाया है जो लोगों को चौक रहा है। जी हां बता दे की 19 मंजिला इमारत के बीचों बीच से ट्रेन गुजरती है। इस बिल्डिंग में लोग रहते भी हैं जो कभी कबार स्टेशन भी बन जाता है।

बिल्डिंग के बीचो-बीच कैसे गुजरती है ट्रेन

चीन की टेक्नोलॉजी बेहद जबर्दस्त होती है दुनिया की पहली ट्रैकलेस रेल चीन नहीं चलाई है। चीन लगातार रेलवे क्वालिटी में सुधार कर रहा है। वहीं कई लोगों का ऐसा भी मानना है की चीन की रेलवे टेक्नोलॉजी काफी बेहतर है आपको यह बात भी हैरान कर देगी। चीन में बिल्डिंग के बीचो-बीच ट्रेन का ट्रैक निकल जाता है। ट्रेन यहां से गुजरती है दरअसल यहां के 19वें मंजिला बिल्डिंग पर छठे आठवें फ्लोर पर रेलवे ट्रैक है। जो दुनिया के लिए सबसे नया है जिसे चीनी लोग आज तक इस्तेमाल कर रहे हैं।

क्या लोग होते है परेशान ? 

इस ट्रैक को इस तरह से बनाया गया है कि बिल्डिंग में रहने वाले लोगों को कोई दिक्कत न हो। बिल्डिंग के लोगों के लिए एक प्लस पॉइंट भी है। उन्हें अपना अलग स्टेशन मिल गया है। यहां लोग अपना घर छोड़कर ट्रेन में चढ़ते हैं। जहां तक ट्रेन के शोर की बात है तो चीन ने इसमें साइलेंसिंग तकनीक का इस्तेमाल किया है। जिससे आवाज कानों तक नहीं पहुंच पाती है।
इस ट्रैक को इस तरह से बनाया गया है कि बिल्डिंग में रहने वाले लोगों को कोई दिक्कत न हो। बिल्डिंग के लोगों के लिए एक प्लस पॉइंट भी है। उन्हें अपना अलग स्टेशन मिल गया है। यहां लोग अपना घर छोड़कर ट्रेन में चढ़ते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हमें ट्रेन की शोर से परेशानी होती है लेकिन यहां पर शोर की बात करें तो चीन ने इसमें साइलेंसिंग तकनीक का इस्तेमाल किया है जिससे आवाज कानों तक नहीं पहुंच पाती है।