महज 23 साल की उम्र में परीक्षा पास करके IAS ऑफिसर बनी स्मिता सभरवाल, कामयाबी की कहानी आप में भी भर देगी जोश

यूपीएससी की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है और अब तो देश में इतना कंपीशन बढ गया है, कि यूपीएससी पास करके आईएएस ऑफिसर बनना बहुत कठिन हो गया है। आज हम एक ऐसी महिला आईएएस ऑफिसर की बात करने वाले है, जिन्होंने 22 साल की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा पास की।
स्मिता सभरवाल को उनके कामों की वजह से किसी पहचान की जरूरत नहीं है। आईएएस ऑफिसर स्मिता सभरवाल को तेलंगाना में ‘जनता की अधिकारी’ कहते है। उनकी ईमानदारी और संघर्ष के कारण वे जनता में बहुत फेमस है। आईएएस स्मिता ने 19 जून 1977 को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में जन्म लिया था। उन्होंने कॉमर्स से ग्रेजुएशन की थी।
दूसरे प्रयास में मिली चौथी रैंक, मिला हर जगह सम्मान
स्मिता सभरवाल ने आईएएस बनने के लिए बहुत मेहनत की। अपने पहले प्रयास में तो वे प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाई थीं। लेकिन उन्होने फिर से प्रयास किया और साल 2000 में अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी क्लियर कर सबसे कम उम्र की महिला आईएएस बना गई थी। उन्होंने उस समय 4th रैंक हासिल की थी।
स्मिता ने तेलंगाना में आईएएस की ट्रेनिंग पूरी की। चित्तूर में स्मिता सब-कलेक्टर रहीं। वे कडप्पा रूरल डेवलपमेंट एजेंसी की प्रोजेक्ट डायरेक्टर, वारंगल की नगर निगम कमिश्नर और कुरनूल की संयुक्त कलेक्टर रह चुकी हैं। वे तेलंगाना के वारंगल, विशाखापट्टनम, करीमनगर और चित्तूर में पोस्टेड रह चुकी हैं। स्मिता जहां भी गई उन्हे हर जगह काफी सम्मान मिला।
स्मिता, सीएम ऑफिस में हो चुकी है तैनात
आपको शायद जानकारी हो कि स्मिता सबरवाल स्तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्त होने वाली पहली महिला आईएएस ऑफीसर है। स्मिता की शादी आईपीएस ऑफिसर डॉ.अकुन सभरवाल (IPS Akun Sabharwal) से हुई है। स्मिता सभरवाल सोशल मीडिया पर हमेशा काफी चर्चा में रहती हैं। उन्होने गरीबों की बहुत मदद की है, जिसे लोगों के द्वारा बहुत सराहा जाता है।
स्मिता सभरवाल एक बार विवाद में भी रहा। आउटलुक मैगजीन को आपत्तिजनक कार्टून छापने पर नोटिस भेज दिया था। इस कार्टून में स्मिता को रैंप वॉक करते हुए दिखाया था और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव उनकी फोटो को खींचते हुए नज़र आ रहे थे। इस वजह से भी उनका नाम विवादों से जुड़ा था।