School Holiday: इस राज्य में 1 फरवरी तक स्कूल छुट्टी घोषित, स्कूली बच्चों की हो गई मौज

By Vikash Beniwal

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Winter Vacations: उत्तराखंड सहित भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में सर्दियों की लंबी छुट्टियां मुख्यतः मौसम चुनौतियों और छात्रों की सुरक्षा के लिए दी जाती हैं. ज्यादा ठंड और बर्फबारी के कारण, स्कूलों को बंद करना पड़ता है ताकि बच्चों को खराब मौसम की समस्याओं से बचाया जा सके. इससे छात्रों को स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों से भी बचाव होता है.

छुट्टियों का समय और भौगोलिक विभिन्नताएं

छुट्टियों का समय पर्वतीय और मैदानी दोनों क्षेत्रों में भिन्न होता है. उत्तराखंड में, छुट्टियां 25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक संचालित होती हैं, जबकि मैदानी क्षेत्रों में यह 1 जनवरी से 15 जनवरी तक रहती हैं. ये तारीखें मौसम की चुनौतियों और स्थानीय जरूरतों के अनुसार निर्धारित की जाती हैं.

शिक्षा पर छुट्टियों का असर

लंबी छुट्टियां अक्सर शैक्षिक गतिविधियों में बाधा डालती हैं. इसे मिटाने के लिए शिक्षा विभाग ने होमवर्क और अलग से प्रोजेक्ट्स कार्य देने की व्यवस्था की है जिससे छात्रों को छुट्टियों के दौरान भी शिक्षा से जुड़े रहने में मदद मिलती है. हालांकि इससे उनकी वापसी के समय पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखने में कठिनाइयाँ आती हैं.

अभिभावकों की राय

छुट्टियों के दौरान अभिभावकों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. उन्हें न केवल बच्चों को पढ़ाई में सहायता करनी होती है बल्कि उन्हें प्रेरित करना और उनकी दिनचर्या को नियमित बनाए रखना भी जरूरी होता है. इससे बच्चों का शैक्षणिक विकास निरंतर बना रहता है.

छुट्टियों के बाद हाल

विंटर वैकेशन के बाद स्कूलों में वापसी छात्रों के लिए एक बड़ी चुनौती होती है. इस दौरान, शिक्षकों द्वारा विशेष कार्यशालाओं और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है ताकि छात्र पुनः पढ़ाई में रुचि ले सकें और शैक्षणिक रूप से सक्रिय हो सकें.

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.