Sales Report : त्योहारी सीजन के चलते भी नहीं बिकी गाड़ियां, जानें क्या हैं वजह

By Vikash Beniwal

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Sales Report : भारत में कार बाजार नवंबर 2024 में उम्मीद के विपरीत सुस्त नजर आया। जबकि त्योहारों और शादी के मौसम से बिक्री में तेजी आने की उम्मीद थी, वास्तविकता कुछ अलग रही। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर में यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री में 13.72 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट साल दर साल की तुलना में काफी बड़ी है, जो कि विशेष रूप से चिंता का विषय है। इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि नवंबर में कार बिक्री में मंदी क्यों आई और इसके मुख्य कारण क्या हैं।

नवंबर में भारत में कार बिक्री में गिरावट के प्रमुख कारण

नवंबर 2024 में कार की बिक्री में 13.72 प्रतिशत की गिरावट आई, जो साल दर साल की तुलना में चिंता का विषय बन गया। हालांकि इस महीने में दोपहिया, तिपहिया और ट्रैक्टर सेगमेंट में बढ़ोतरी देखी गई, लेकिन यात्री वाहन और वाणिज्यिक वाहन दोनों में ही गिरावट आई। तो, आखिरकार कार बिक्री में कमी क्यों आई?

  1. त्योहारों का प्रभाव

आमतौर पर त्योहारी सीजन में कारों की बिक्री में वृद्धि देखने को मिलती है, खासकर दिवाली और शादी के मौसम के दौरान। लेकिन इस बार, त्योहारी मांग अक्टूबर में ही देखने को मिल गई, जिससे नवंबर में बिक्री में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हो पाई।

  1. कमजोर बाजार भावना

FADA के अनुसार, नवंबर में कमजोर बाजार भावना का प्रभाव भी काफी गहरा था। महंगाई, वित्तीय अनिश्चितता और आम जनता की खर्च करने की क्षमता में कमी के कारण ग्राहकों की खरीदारी में रुचि कम रही।

  1. सीमित उत्पाद विविधता

भारत में कार बाजार में विभिन्न प्रकार के मॉडल और वेरिएंट्स का चुनाव ग्राहकों को एक बड़ा आकर्षण देता है। हालांकि, इस समय उत्पादों की विविधता सीमित थी, जिससे ग्राहकों को उनके बजट और जरूरतों के हिसाब से उपयुक्त विकल्प नहीं मिल पाए।

  1. नए लॉन्च की कमी

नए मॉडल्स और लॉन्च की कमी भी एक महत्वपूर्ण कारण रही। FADA ने यह भी बताया कि नवंबर में नए लॉन्च का अभाव था, जिससे ग्राहकों की उत्सुकता कम हो गई। कई प्रमुख ब्रांड्स ने नए मॉडल्स लॉन्च करने में देरी की, जिसका असर बिक्री पर पड़ा।

ग्रामीण बनाम शहरी क्षेत्र

हालांकि प्रमुख शहरी क्षेत्रों में कमजोर प्रदर्शन देखा गया, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में मांग सकारात्मक रही। शहरी क्षेत्रों में मांग में कमी का मुख्य कारण उच्च कीमतें और वित्तीय दबाव थे, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि आधारित मांग में वृद्धि देखी गई। इसके बावजूद, शहरी क्षेत्रों में बिक्री की सुस्ती ने टियर I और टियर II शहरों में भी सकारात्मक प्रभाव नहीं डाला। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों ने कम से कम इस गिरावट को थोड़ा ढका।

FADA की अपील

FADA ने वाहन डीलरों से अपील की है कि वे अपनी इन्वेंट्री को तर्कसंगत तरीके से प्रबंधित करें, ताकि नए साल में उद्योग स्वस्थ स्थिति में प्रवेश कर सके। वर्तमान में इन्वेंट्री का स्तर लगभग 65 से 68 दिन के बीच है, जो कि आदर्श स्थिति से थोड़ा अधिक है। इसका मतलब है कि वाहन निर्माता और डीलर नए साल में बेहतर रणनीतियों के साथ बाज़ार में प्रवेश करने के लिए तैयार हो सकते हैं।

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.