New Railway Line: देवगढ़ और बर के बीच रेलवे संपर्क को मजबूत करने के लिए एक नई रेलवे लाइन का निर्माण प्रस्तावित है. इस लाइन के निर्माण से लगभग 85 किलोमीटर का रास्ता तय होगा जिसमें नौ नए रेलवे स्टेशन शामिल होंगे. इस परियोजना के तहत मावली-देवगढ़ मीटरगेज लाइन को ब्रॉडगेज में बदला जाएगा, जिससे क्षेत्रीय परिवहन और पर्यटन में सुधार होने की उम्मीद है.
सर्वे कार्य की प्रगति
इस रेलवे लाइन के लिए आवश्यक सर्वे कार्य शुरू हो चुका है जिसमें क्षेत्र के भौगोलिक और तकनीकी पहलुओं का आकलन किया जा रहा है. सर्वे का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि रेलवे लाइन (railway survey) के निर्माण से पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभाव को न्यूनतम रखा जा सके.
रेलवे स्टेशनों का विकास
इस नई रेलवे लाइन में नौ नए स्टेशनों की योजना है जिसमें लसानी, ताल, भीम, बली-जस्साखेड़ा, तारागढ़, जवाजा, काबरा, कालाबड़ और बर (new stations) शामिल हैं. ये स्टेशन मारवाड़ और मेवाड़ क्षेत्रों के बीच नए संपर्क स्थापित करेंगे जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को बड़ी सुविधा होगी.
वन विभाग की चुनौतियां और समाधान
मावली से मारवाड़ के बीच रेलवे लाइन वन्यजीव अभयारण्य (wildlife sanctuary) से होकर गुजरती है जिससे इसके आमान परिवर्तन में समस्याएं आई हैं. रेलवे ने इस समस्या को हल करने के लिए एक नया पीईटी सर्वे (PET survey) कराने की अनुमति दी है जिससे क्षेत्र के पारिस्थितिकी तंत्र पर कम असर पड़े.
रेलवे और क्षेत्रीय विकास
देवगढ़ से बर के बीच नई रेलवे लाइन के निर्माण से मेवाड़ और मारवाड़ क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार होगा. इससे उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर और अन्य प्रमुख शहरों के बीच यात्रा और पर्यटन (travel and tourism) को बढ़ावा मिलेगा.