चीन की दीवार की तरह हरियाणा में भी बनेगी 1400 किलोमीटर लंबी दीवार, जाने किन ज़िलों से गुजरेगी ये दीवार

गैरकानूनी खनन के कारण थार मरुस्थल दिन-ब-दिन फैलता जा रहा है और अरावली पर्वतमाला बाहर से आने वाली धूल भरी हवाओं को रोकने में नाकामयाब होती जा रही है। आगे इस फैलाव को रोकने के लिए, भारत सरकार ने हरियाणा में 1400 किलोमीटर लंबी मानव निर्मित दीवार बनाने की परियोजना शुरू की है, जो अरावली पर्वतमाला की लंबाई से दोगुनी होगी।
दीवार बनाने के पीछे का कारण
इस दीवार का उद्देश्य थार रेगिस्तान के फैलाव को रोकना और इसे हरियाणा की सोने जैसी खेती वाली धरती में ,इसके गर्म अंधी वाली हवाओं को रोकना है। इस दीवार जिसका नाम ग्रीन वॉल है, का उद्देश्य साबरी रेंज को उसकी पहले वाली कंडीशन में लाना है, जो अरावली पर्वतमाला में गैरकानूनी खदान कामों से प्रभावित हुई है। इसके अलावा , दीवार के एरिया में जल संरक्षण को भी बढ़ावा दिए जायेगा क्योंकि दीवार की ऊंचाई के कारण बारिश के पानी को इकठा किआ जा सकता है ।
दीवार की लंबाई और चौड़ाई
दीवार 1400 किमी लंबी होगी, जो अरावली पर्वतमाला की कुल लंबाई से दोगुनी है। यह 5 किमी चौड़ी होगी और हरियाणा के चार जिलों, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ से होकर गुजरेगी। दीवार गुजरात के पोरबंदर से हरियाणा के पानीपत जिले तक बनाई जाएगी।
पूरा करने के लिए कितना समय
हरियाणा सरकार ने इस परियोजना को वर्ष 2030 तक पूरा करने का टारगेट रखा है। केंद्र सरकार ने हरियाली मिशन के माध्यम से जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार के साथ सहयोग किया है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
सवाल 1: मानव निर्मित दीवार का निर्माण किसने शुरू किया था?
उत्तर: केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुरुग्राम के टिकली गांव में पीपल का पौधा लगाकर इस दीवार के निर्माण की शुरुआत की.
सवाल 2: मानव निर्मित दीवार का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: दीवार का उद्देश्य थार रेगिस्तान के विस्तार को रोकना और साबरी रेंज को उसकी पूर्व स्थिति में बहाल करना है। इसका उद्देश्य क्षेत्र में जल संरक्षण को प्रोत्साहित करना भी है।
सवाल 3: दीवार की लंबाई और चौड़ाई कितनी है?
उत्तर: दीवार 1400 किमी लंबी और 5 किमी चौड़ी होगी।
सवाल 4: दीवार किन जिलों से होकर गुजरेगी?
उत्तर: यह दीवार हरियाणा के चार जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ से होकर गुजरेगी।
सवाल 5: प्रोजेक्ट कब पूरा होगा?
उत्तर: हरियाणा सरकार ने इस परियोजना को वर्ष 2030 तक पूरा करने का टारगेट रखा है।