New Rules For House Rent : हाल ही में सरकार ने किराए की आय पर लगने वाले टैक्स को लेकर एक नया नियम जारी किया है, जिससे मकान मालिकों को अपनी किराए की आय को इनकम फॉर्म हाउस प्रॉपर्टी के रूप में टैक्स रिटर्न में घोषित करना अनिवार्य हो गया है. यह नियम 1 नवंबर 2024 से प्रभावी हो चुका है, और इसका उद्देश्य टैक्स चोरी को रोकना और राजस्व की सही वसूली सुनिश्चित करना है.
मकान मालिकों पर पड़ने वाले असर
इस नए नियम के तहत मकान मालिकों को अब अपनी किराए की आय को पूर्ण रूप से घोषित करना होगा और इस पर उचित टैक्स देना होगा. यह व्यवस्था उन्हें और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए की गई है ताकि किसी भी प्रकार की टैक्स चोरी को रोका जा सके. इसके लिए मकान मालिकों को अपनी किराए की आय का सही सही लेखा-जोखा रखना होगा और समय पर टैक्स जमा कराना होगा.
टैक्स नियमों के लागू होने की प्रक्रिया
नए टैक्स नियम के अनुसार, मकान मालिकों को अब अपने किराए की आय पर टैक्स रिटर्न दाखिल करते समय पूरी तरह से घोषणा करनी होगी. इस प्रक्रिया में, वे अपनी संपत्ति से प्राप्त होने वाले किराए का पूरा ब्यौरा प्रदान करेंगे और इस पर लागू होने वाले टैक्स की गणना करेंगे. यह प्रक्रिया उन्हें अपनी आय का सही मूल्यांकन करने में मदद करेगी और सरकार को उचित टैक्स राजस्व प्राप्त होगा.
सरकारी उपाय और सहायता
सरकार ने इस नए टैक्स नियम को लागू करने के साथ ही मकान मालिकों को कुछ राहत प्रदान की है. जैसे कि वे किराए की आय से 30% तक की खर्च की गई राशि को टैक्स में कटौती के रूप में दिखा सकते हैं. यह उन्हें अपने टैक्स के बोझ को कम करने में मदद करेगा और उन्हें वित्तीय रूप से स्थिरता प्रदान करेगा.