Up Expessway: मेरठ शहर के लिए बड़ी खबर यह है कि जिले के चारों ओर हाईवे का जाल तेजी से बिछाया जा रहा है जिससे शहर की हर दिशा में कनेक्टिविटी मजबूत होगी. इसके चलते शहर के भीतर से होकर जाने की मजबूरी नहीं होगी, और यातायात में आने वाली भीड़ में कमी आएगी. इन नई सड़कों की वजह से शहर की सूरत में छह महीने में ही बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.
पांच नेशनल हाईवे से जुड़ेगा मेरठ
मेरठ जिला अब पांच नेशनल हाईवे से जुड़ रहा है जिसमें एनएच-235, एनएच-58, एनएच-119, एनएच-709 ए और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) शामिल हैं. इन परियोजनाओं पर कुल 992 करोड़ रुपये का खर्च आंका गया है. इस निवेश से मेरठ जिले के आसपास के शहरों जैसे हापुड़, बुलंदशहर और मुरादाबाद के लिए भी आवाजाही आसान हो जाएगी.
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का विस्तार
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पांचवें फेज का काम नरहेड़ा के पास चल रहा है, जहां बड़े-बड़े डंपरों की मदद से मिट्टी डाली जा रही है और बुलडोजर से जमीन को समतल किया जा रहा है (Delhi-Meerut Expressway Phase 5). इस कार्य से मेरठ से दिल्ली तक की दूरी और समय में काफी कमी आएगी, जिससे शहर की आर्थिक और सामाजिक संपर्कता में बढ़ोतरी होगी.
इनर रिंग रोड की प्रगति
इनर रिंग रोड (Inner Ring Road Meerut) पर भी काम शुरू हो गया है, जो मवाना रोड को किला रोड से जोड़ेगा और शहर के भीतरी जाम से निजात दिलाएगा. इस प्रोजेक्ट की लागत 992 करोड़ रुपये है, जिसे फरवरी 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इससे मेरठ और आसपास के शहरों के बीच की कनेक्टिविटी में सुधार होगा.
रैपिड रेल कॉरिडोर की शुरुआत
रैपिड रेल कॉरिडोर (Rapid Rail Corridor Meerut) पर भी काम आगे बढ़ रहा है, जो मेरठ को दिल्ली और अन्य महानगरीय क्षेत्रों के साथ जोड़ेगा. इस कॉरिडोर के तहत परतापुर और मोदीपुरम में विशेष विकास क्षेत्र (Special Development Area) और ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट जोन बनाए जा रहे हैं, जिससे शहर के विकास में गति आएगी.