Metro News: हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम और दिल्ली के बीच एक नए मेट्रो मार्ग का प्रस्ताव रखा है,जिससे दोनों शहरों के बीच यात्रा समय में कमी और आने जाने में सुविधा में बढ़ोतरी हो सकती है. यह मेट्रो मार्ग रेजांगला चौक से द्वारका सेक्टर-21 तक फैला होगा.
परियोजना का अवलोकन और संभावित लाभ
इस परियोजना की लंबाई 8.40 किलोमीटर होगी और इसमें कुल 1892 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. मेट्रो मार्ग की चर्चा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में होने वाली एक बैठक में की जाएगी. यह मार्ग दोनों शहरों के बीच यातायात के दबाव को कम करने में मदद करेगा.
बैठक और मुख्यमंत्री की भूमिका
मुख्यमंत्री की भूमिका इस परियोजना के लिए महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि वे इस मेट्रो मार्ग की प्रगति पर चर्चा करेंगे और आवश्यक निर्देश देंगे. इस बैठक में कई अन्य विभागों के अधिकारी भी भाग लेंगे.
प्रस्तावित स्टेशन और उनका महत्व
इस मार्ग पर कुल सात मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिनमें से चार गुरुग्राम में और तीन दिल्ली में स्थित होंगे. ये स्टेशन क्षेत्रीय परिवहन की सुविधा को बढ़ाएंगे और स्थानीय व्यापार को भी लाभ पहुंचाएंगे.
मेट्रो मार्ग का भौगोलिक जानकारी
मेट्रो मार्ग के निर्माण में आवश्यक भूमि और इसकी जटिलताएं भी बैठक का एक महत्वपूर्ण विषय होंगी. इस परियोजना के लिए 60539 वर्गमीटर जमीन की जरूरत होगी, जिसमें मुख्य रूप से मेट्रो स्टेशन और डिपो का निर्माण होगा.
परियोजना की वित्तीय संभावनाएं
इस मेट्रो मार्ग के संचालन से साल 2031 में 380 करोड़ रुपये, साल 2041 में 720 करोड़ रुपये और 2051 में 1238 करोड़ रुपये की आमदनी की उम्मीद है. ये आंकड़े परियोजना के दीर्घकालिक लाभ को दर्शाते हैं.
समस्याओं का समाधान और भविष्य की दिशा
मेट्रो मार्ग के निर्माण में आने वाली विभिन्न तकनीकी और प्रशासनिक बाधाओं का भी इस बैठक में समाधान किया जाएगा. विशेष रूप से, सेक्टर-10ए में स्थित बिजली घर का स्थानांतरण एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जिससे मेट्रो मार्ग के निर्माण में आसानी होगी.