हरियाणा सरकार ने रेजांगला चौक से द्वारका सेक्टर-21 तक प्रस्तावित 8.40 किलोमीटर लंबे मेट्रो रूट की डीपीआर को केंद्र सरकार के आवासीय मंत्रालय के पास भेज दिया है. इस परियोजना की कुल लागत 1892 करोड़ रुपये होगी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देश पर यह डीपीआर तैयार की गई थी.
गुरुग्राम और दिल्ली में सात नए मेट्रो स्टेशन का प्रस्ताव
इस मेट्रो रूट में सात मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं. इनमें से चार स्टेशन गुरुग्राम में और तीन स्टेशन दिल्ली में बनाए जाएंगे. गुरुग्राम में पालम विहार, चौमा, सेक्टर-110ए, और सेक्टर-111 शामिल हैं. दिल्ली में सेक्टर-28, आईआईसीसी और द्वारका सेक्टर-21 पर स्टेशन बनाए जाएंगे. यह मेट्रो रूट दोनों शहरों के यात्रियों के लिए एक बड़ा लाभ होगा.
पालम विहार में बनेगा इंटरचेंज स्टेशन
पालम विहार में एक तीन मंजिला इंटरचेंज स्टेशन बनाया जाएगा जो मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर सिटी तक मेट्रो रूट से जुड़ेगा. यह इंटरचेंज स्टेशन यात्रियों के लिए ट्रांसपोर्ट सुविधाओं को आसान और तेज बनाएगा.
मेट्रो मार्ग की कुल लंबाई और भूमि आवश्यकता
गुरुग्राम में मेट्रो रूट की लंबाई 4.90 किलोमीटर और दिल्ली में 3.50 किलोमीटर होगी. इसके निर्माण के लिए 60539 वर्ग मीटर भूमि की आवश्यकता होगी, जिसमें मेट्रो स्टेशन और डिपो का निर्माण होगा. अस्थायी कास्टिंग यार्ड के लिए 25 हजार वर्ग मीटर जमीन की आवश्यकता होगी.
मेट्रो रूट से 2051 तक आमदनी में बड़ा इजाफा
मेट्रो संचालन से 2031 में 380 करोड़ रुपये, 2041 में 720 करोड़ रुपये और 2051 में 1238 करोड़ रुपये की सालाना आमदनी होने की उम्मीद है. इसके साथ ही सम्पत्ति विकास शुल्क, विज्ञापन, पार्किंग और टैक्स से भी क्रमशः 53 करोड़, 67 करोड़, 117 करोड़ और 191 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी. यह परियोजना आर्थिक दृष्टिकोण से बेहद फायदेमंद साबित होगी.
नई मेट्रो लाइन से यात्रियों को होगा बड़ा लाभ
यह मेट्रो रूट गुरुग्राम और दिल्ली के बीच यात्रा को और आसान बनाएगा. यात्रियों को समय की बचत होगी और परिवहन का एक सस्ता और पर्यावरण-अनुकूल विकल्प मिलेगा. इससे ट्रैफिक जाम की समस्या भी कम होगी और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा.
परियोजना के निर्माण और संचालन की चुनौतियां
मेट्रो रूट निर्माण के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण और वित्तीय प्रबंधन जैसी चुनौतियों को समय पर पूरा करना इस परियोजना की सफलता के लिए जरूरी होगा. सरकार और मेट्रो अधिकारियों को इस पर तेज़ी से कार्य करना होगा ताकि परियोजना तय समय में पूरी हो सके.
आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से मेट्रो का महत्व
मेट्रो निर्माण से न केवल आर्थिक विकास होगा, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी यह परियोजना महत्वपूर्ण है. यह रूट स्थानीय और बाहरी यात्रियों के लिए जीवन को सुगम बनाएगा और दोनों शहरों के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर करेगा. (metro importance gurugram delhi)