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Mughal Empire: मजबूरी के चलते मुगल बादशाह से करनी पड़ी थी शादी, फिर बादशाह की मौत के बाद वापस हिंदू बन गई थी ये बेगम

मुगल बाहर से भारत आए तथा यहां एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की. अपने साम्राज्य को मजबूत बनाने तथा अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने अनेक हिंदू राजाओं की के साथ पारिवारिक संबंध बनाए
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मजबूरी के चलते मुगल बादशाह से करनी पड़ी थी शादी

मुगल बाहर से भारत आए तथा यहां एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की. अपने साम्राज्य को मजबूत बनाने तथा अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने अनेक हिंदू राजाओं की के साथ पारिवारिक संबंध बनाए तथा उनकी बेटियों से शादी की.

हिंदू राजाओं की बेटियों से शादी करने की शुरुआत अकबर ने की तथा इसका अंत मुगलों के दसवें बादशाह फरुर्खसियर की शादी के बाद हुआ. फरुर्खसियर आखिरी मुगल बादशाह था जिसकी शादी हिंदू राजा की बेटी से हुई. लेकिन क्या आप जानते हैं यह वह पहली शादी थी जिसमें हिंदू राजकुमारी ने मुगल बादशाह से शादी करने के बाद इस्लाम धर्म अपनाया तथा बादशाह की मृत्यु के बाद दोबारा हिंदू धर्म अपना लिया.

बता दें कि फरुर्खसियर और मारवाड़ के राजा अजीत सिंह के बीच गहरी दुश्मनी थी. दोनों में कई बार युद्ध भी हुआ था. लेकिन हालातो के चलते राजा को अपनी बेटी इंदिरा कंवर की शादी फरुर्खसियर से करनी पड़ी. ऐसा करने से दोनों के बीच पारिवारिक संबंध तो बन गए लेकिन उनकी दुश्मनी खत्म नहीं हो पाई.

फरुर्खसियर ने राजकुमारी इंदिरा का धर्म परिवर्तन करवा कर उन्हें मुस्लिम बनाया तथा इसके बाद शरीयत के तहत उनसे निकाह किया. उन्होंने निकाह में 1 लाख सोने के सिक्कों का मेहर तय किया. फरुर्खसियर से बेटी की शादी करने के कुछ सालों बाद ही राजा अजीत सिंह ने दिल्ली पर हमला कर दिया. जब लाल किले पर हमला हुआ तो फरुर्खसियर ने बचने के लिए बेगमों के हरम में पनाह ली. किंतु उन्हें ढूंढ लिया गया तथा त्रिपोलिया गेट के एक छोटे कमरे में बंद कर दिया. बाद में इसी कमरे में सुएं से उनकी आंखें फोड़ कर उन्हें मृत्यु के घाट उतार दिया. मुगल बादशाह की मृत्यु के बाद हिंदू राजकुमारी इंदिरा कंवर ने फिर से हिंदू धर्म अपना लिया. वे अपने मायके वापस लौट आई. उन्होंने अपनी सारी संपत्ति भी जोधपुर की जनता के नाम ही कर दी.   इंदिरा का जन्म 1696 में जोधपुर में हुआ था तथा 1763 में जोधपुर में ही उनकी मृत्यु हुई.