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हाइवे पर भूलकर भी तेज स्पीड से मत चलाना गाड़ी वरना घर पर आएगा सीधा चालान, रोड सुरक्षा के लिए नई तकनीक की टेस्टिंग जारी

अब आपके मन में यह विचार चल रहा होगा कि किन किन जगह पर ये सिस्टम लागू किया है तो जानकारी के लिए आपको बता दे की ये सिस्टम पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर तीन हाईवे पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम शुरू किया जाएगा।
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never do overspeeding on highway

आजकल बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपनी धुन में गाड़ी हाईवे पर भी तेज यह गाड़ी चलाते हैं और सीट बेल्ट बिल्कुल नहीं लगाते. शायद ही कुछ ऐसे लोग होंगे जो गाड़ी भी धीमी गति से चलाते हैं और अपनी सुरक्षा के लिए सीट बेल्ट भी लगाते हैं। पहली बार राष्ट्रीय राजमार्ग में इन सब लापरवाही को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय राजमार्गों पर इंटेलिजेंट परिवहन सिस्टम लागू किया जा रहा है।  

सिस्टम लगने में है काफ़ी समय

अब आपके मन में यह विचार चल रहा होगा कि किन किन जगह पर ये सिस्टम लागू किया है तो जानकारी के लिए आपको बता दे की ये सिस्टम पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर तीन हाईवे पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम शुरू किया जाएगा। नेशनल हाईवे 48 व एनएच 448 पर शाहजहांपुर से अजमेर तक एनएच 25 पर बर-बिलाड़ा-जोधपुर, एनएच 11 व एनएच 52 पर सीकर से बीकानेर तक यह सिस्टम अगले साल यानी 2024 मे लागू होगा। 

राज्य सरकार ने 100 करोड़ का स्वीकृत किए 

राज्य सरकार ने यह सिस्टम इसीलिए शुरू किया है कि सिस्टम के मदद से हाईवे पर दुर्घटनाओं की संख्या घटाने का प्रयास है। इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार ने 100 करोड़ रुपए की मंज़ूरी भी दी है। ये सिस्टम कितना काम आएगा इसका तो आने के बाद ही पता लगेगा पर इससे काफ़ी उम्मीदें है।

इन सभी राज्यों में चल रहा है काम 

दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे : अभी फिलहाल दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे पर आईटीएमएस लगाया गया है। इसके तहत हर 500 मीटर पर कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही  फाइबर केबल, ट्रोमा सेंटर सहित अन्य सुविधाएं भी विकसित की गई हैं।

मुम्बई-पुणे एक्सप्रेस-वे : महाराष्ट्र सरकार मुम्बई-पुणे एक्सप्रेस-वे पर भी इंटेलिजेंट परिवहन सिस्टम तैयार किया जा रहा है। 4-5 महीने से इस पर काम चल रहा है। उम्मीद है कि यह काम जल्द से जल्द शुरू हो जाएगा।

जयपुर में किया गया लागू

सूत्रों के मुताबिक जानकारी मिली है कि आईटीएमएस को फिलहाल शहरी इलाकों में ही लागू  किया गया है। जयपुर में 11 चौराहों पर इसे 4-5 वर्ष पूर्व शुरू किया गया था। 

ईटीएमएम में क्या खास बातें होंगी 

ऑटोमैटिक यातायात निगरानी और उल्लंघन जांच प्रणाली :  इसके लिए सॉफ्टवेयर विकसित किया जा रहे हैं। एआई आधारित कैमरे की मदद से यातायात की निगरानी  रखना।जैसे - हेलमेट नहीं लगाना, सीट बेल्ट नहीं पहनना, दुपहिया वाहनों पर मोबाइल फोन का उपयोग आदि रखेगा।

स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन सिस्टम : तय गति से अधिक स्पीड को डिटेक्ट करेगा। नंबर प्लेट की ऑटोमैटिक रीडिंग करेगा।

वेरिएबल मैसेज साइन : एलईडी डिस्प्ले से यात्रियों को सड़क और यातायात की की स्थितियों के बारे में जानकारी दिया जाएगा।कहीं ट्रैफिक जाम, रोड डायवर्जन व दुर्घटनाओं की जानकारी भी दी जाएगी।

पब्लिक एड्रेस सिस्टम : जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस सिस्टम के अंतर्गत  स्पीकर लगाए जाएंगे। जिससे कि सड़क पर यात्रियों को कई बातों की सूचना दिया जाएगा ।

सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम : ये कैमरे भी अभय कमांड सिस्टम से जुड़े होंगे।

इन राज्यों से होगी पहली शुरुआत

  • शाहजहांपुर से अजमेर (NH 48,NH 448) करीब 290 किमी
  • बर-बिलाड़ा-जोधपुर (NH-25) करीब 300 किमी 
  • सीकर से बीकानेर (NH11, NH 52) 220 किमी