पिछले कुछ दिनों में भारतीय रेलवे को ट्रेनों के जनरल कोच में बढ़ते यात्रियों की संख्या के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ा है. यात्रियों की भारी मांग को देखते हुए मध्य और पश्चिमी रेलवे ने ट्रेनों में अनारक्षित श्रेणी के लिए अतिरिक्त सामान्य कोच जोड़ने का निर्णय लिया है. इस पहल से रेलवे ने एक वर्ष के भीतर कई ट्रेनों में 100 से अधिक नए सामान्य श्रेणी के कोच जोड़े हैं.
रेलवे का विशेष विनिर्माण कार्यक्रम
रेलवे ने एक विशेष विनिर्माण कार्यक्रम शुरू किया है जिसका लक्ष्य 12,000 सामान्य कोच बनाने का है. इस वित्तीय वर्ष में पहले ही 900 कोच जोड़े जा चुके हैं और आने वाले समय में 10,000 और कोच बनाने की योजना है. इससे अनारक्षित श्रेणी के यात्रियों (unreserved category passengers) को काफी सुविधा होगी और यात्रा के दौरान उनके अनुभव में सुधार होगा.
**जोड़े गए अतिरिक्त सामान्य कोच का असर
मध्य रेलवे पर चलने वाली 79 ट्रेनों में 37 जोड़ी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में 117 अतिरिक्त सामान्य कोच (additional general coaches) जोड़े गए हैं जिससे प्रतिदिन 10,000 से अधिक अतिरिक्त यात्रियों को लाभ मिल रहा है. यह बदलाव न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक है बल्कि ट्रेनों में भीड़भाड़ कम करने में मदद कर रहा है.
**भावी योजनाएं और अनारक्षित यात्रा की सुविधा
रेलवे ने गैर-एसी कोचों के लिए 2:3 और एसी कोचों के लिए 1:3 का अनुपात बनाए रखने का निश्चय किया है, जो यात्रियों के बीच अधिक समानता लाने का प्रयास है. इसके अलावा, मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि नवंबर 2024 में 26 ट्रेनों में 81 कोच और जोड़े गए थे और आने वाले समय में और भी कोचों की वृद्धि की योजना है.