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भारत के इस राज्य में बूढ़े पेड़ों को भी मिलती है सरकारी पेंशन, जाने किसके बैंक खाते में आता है ये पैसा

इंसानों को मिलने वाली पेंशन के बारे में तो आपने अवश्य ही सुना होगा लेकिन क्या आपने यह भी सुना है कि पेड़ों को भी पेंशन दी जाती है
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भारत के इस राज्य में बूढ़े पेड़ों को भी मिलती है सरकारी पेंशन

इंसानों को मिलने वाली पेंशन के बारे में तो आपने अवश्य ही सुना होगा लेकिन क्या आपने यह भी सुना है कि पेड़ों को भी पेंशन दी जाती है. जी हां, यह बात सच है और यह स्कीम भारत के एक ही राज्य में उपलब्ध है. आज हम आपको इस खबर के माध्यम से इस स्कीम के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे. इसीलिए इस खबर को ध्यान से पढ़ें.

सिर्फ हरियाणा में दी जाती है बूढ़े पेड़ों को पेंशन 

भारत का हरियाणा एक ऐसा राज्य है जहां पर लोगों को रिटायरमेंट पेंशन, विधवा पेंशन, वृद्धा आश्रम के अलावा पेड़ों को भी पेंशन दी जाती हैं लेकिन यह स्कीम सभी पेड़ों के लिए नहीं है. यह स्कीम काफी बूढ़े पेड़ों के लिए ही है. बूढ़े पेड़ जिनकी उम्र 75 वर्ष से अधिक हो गई है उन्हें इस श्रेणी में रखा गया है. इन पेड़ों को हरियाणा सरकार प्राणवायु देवता स्कीम के तहत सालाना पेंशन देती है.

बूढ़े पेड़ों को मिलती है 2750 रुपए पेंशन 

जानकारी के मुताबिक, इस योजना की घोषणा हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर द्वारा 5 जून 2021 को की गई थी. इसमें उन्होंने घोषणा की थी कि प्रदेश के बुजुर्ग पेड़ों को ₹2500 सालाना पेंशन दी जाएगी तथा अभी इस पेंशन को बढ़ाकर 2750 रुपए कर दिया गया है. यदि आप भी इस स्कीम का फायदा उठाना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं तथा इसके साथ ही आप ऑफलाइन माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन के लिए अपील कर सकते हैं.

स्कीम के तहत पीपल के पेड़ को दिया जाएगा अधिक महत्व

बता दें कि यदि आप हरियाणा में रहते हैं और आपके पास ऐसे पेड़ है जिनकी आयु 75 साल से अधिक हो चुकी है तो आप पेड़ों का रजिस्ट्रेशन लागू स्कीम के मुताबिक करा सकते हैं. वहीं यदि आपके पास पीपल का पेड़ है तो सरकार इन्हे ज्यादा महत्व देती है क्योंकि पीपल का पेड़ हमेशा ऑक्सीजन छोड़ता है और हिंदू धर्म को मानने वाले लोग इनकी पूजा भी करते हैं.