अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने बताया कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा संचालित ‘हर घर-हर गृहिणी’ योजना अंत्योदय परिवारों के लिए एक वरदान साबित हो रही है. इसके अंतर्गत, बीपीएल परिवारों की महिलाओं को रसोई गैस की सुविधा 500 रुपये की रियायती दर पर हर महीने दिए जाते है जिससे उनकी रसोई में धुआँ रहित और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित हो सके.
योजना का असर
अतिरिक्त उपायुक्त ने यह भी जानकारी दी कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य बीपीएल परिवारों को स्वच्छ ईंधन (Clean Fuel for Cooking) प्रदान करना और महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार लाना है. उन्होंने बताया कि अब तक जिले के कई महिलाओं ने योजना के आधिकारिक पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन (Online Registration for Scheme) करवाया है, जिससे उन्हें इसके लाभ आसानी से मिल पा रहे हैं. इसके अलावा, जिन परिवारों की वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये से कम है, वे विशेष रूप से इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.
योजना की जानकारी
योजना की सफलता के लिए महिलाओं को इसके बारे में पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए. यमुनानगर जिले के बिलासपुर में राजकीय महाविद्यालय में आयोजित विशेषज्ञ वार्ता (Empowerment through Education) में डॉ. सीमा पांडे ने इस विषय पर विचार प्रकट किया कि महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना आवश्यक है. उन्होंने बताया कि सरकार ने महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment Policies) के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं और महिलाओं को इनकी जानकारी होने पर ही वे इनका पूरा लाभ उठा सकती हैं.
नारी सशक्तिकरण
इसी क्रम में प्राचार्या ने विद्यार्थियों को नारी सशक्तिकरण (Empowerment through Decision-Making) के सही अर्थ को समझाया. उन्होंने जोर दिया कि नारी को अपने स्वयं के निर्णय लेने की स्वतंत्रता और शिक्षा की सुविधा (Importance of Education for Women) मिलनी चाहिए. यही नारी सशक्तिकरण का सही और आसान अर्थ है. महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका डॉ. मनीषा ने इस अवसर पर सभी मुख्य अतिथियों और विद्यार्थियों का धन्यवाद किया, जिससे सभी को इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा करने का मौका मिला.